Agra News: Shri Banke Bihari Satsang Samiti’s 20th Ekadashi Udyapan
Photo News: Foreign students showed Indian culture in competitions at the annual function of Kendriya Hindi Sansthan, Agra…#agranews
आगरालीक्स…आगरा में विदेशी स्टूडेंट्स ने दिखाई भारतीय संस्कृति. ग्रुप डांस, एक्टिंग और सिंगिंग में दिखाया टैलेंट. केंद्रीय हिंदी संस्थान में हुईं वार्षिक सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं..देखें फोटोज
केंद्रीय हिंदी संस्थान के अंतरराष्ट्रीय हिंदी शिक्षण विभाग द्वारा विदेशी विद्यार्थियों की दो दिवसीय वार्षिक सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन दिनांक 16-17 मार्च, 2023 को अटल बिहारी वाजपेयी अंतरराष्ट्रीय सभागार में अतिथियों ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित एवं माल्यार्पण कर शुभारंभ किया। इसी क्रम में आज दिनांक 16 मार्च 2023 को पूर्वाहन में सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम को संबांधित करते हुए निर्णायक मंडल की सदस्य डॉ. अमिता त्रिपाठी ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले इन कलाकारों को मैं बधाई देती हूँ। यह कलाकार भारतीय संस्कृति की छटा को विश्वभर में बिखेरेंगे और भारत की इस अमूल्य धरोहर को सहज कर रखेंगे। आप लोगों ने गीत गाए, नृत्य किया, तबला वादन किया इतने कम समय में आपने इतनी भारत की संस्कृति और संगीत को सीखा और समझा, यह काबिलेतारीफ है और इसके लिए अंतरराष्ट्रीय हिंदी शिक्षण विभाग, उसके अध्यक्ष सभी प्रध्यापकगण बधाई के पात्र है।
दूसरे निर्णायक मंडल के सदस्य डॉ. गजेन्द्र चौहान ने कहा कि यह प्रतियोगिताएँ केवल आपके मनोरंजन और समझ को विकसित करने के लिए हैं। यह निर्णय केवल शैक्षणिक है। कई बार प्रतियोगिता में हारने वाला भविष्य में बहुत आगे बढ़ जाता है। इसलिए अपने आपको कम न आंकें। उन्होंने रंगोली प्रतियोगिता, हिंदी एकल गीत प्रतियोगिता, हिंदी सामूहिक गीत प्रतियोगिता, मोनो अभिनय, हिंदी एकल नृत्य प्रतियोगिता, तबला प्रतियोगिता, हिंदी सामूहिक नृत्य प्रतियोगिता का परिणाम घोषित किया और सभी विद्यार्थियों को सुंदर प्रस्तुतियों के लिए बधाइयाँ दी। विदेशी विद्यार्थियों की सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के प्रथम सत्र का संचालन विभाग में अध्ययनरत छात्राओं क्रमश : श्रीलंका की छात्राएँ अंजना, लक्षी ने किया और दूसरे सत्र का सत्र का संचालन दिमल्षा और समल्का ने किया।
रंगोली प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने बढ़कर कर हिस्सा लिया। जिसमें अपने देश के साथ-साथ भारत की सांस्कृतिक एकता को रंगों के माध्यम से प्रदर्शित किया। हिंदी एकल गीत प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने फिल्मी गीतों को अपनी आवाज में प्रस्तुत किया। जिनमें जुलदूज का गाया गीत मेरी साँसों में तू है समाया, दिमल्षा का क्या जानू सजन, थाईलैंड के विद्यार्थी द्वारा गाया गीत जब कोई बिगड़ जाए, जब कोई मुश्किल पढ़ जाए, तुम देना साथ मेरा ओ हमनवा प्रस्तुत कर सभागार में समा बाँध दिया। इसी क्रम में हिंदी सामूहिक गीत प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने आजकल तेरे मेरे प्यार के सपने, झूमें जो पठान, चलें जैसे हवाएँ सनन सनन आदि गीत प्रस्तुत किए। हिंदी एकल गीत नृत्य प्रतियोगिता में उज्बेकिस्तान की विद्यार्थी निगीना की प्रस्तुति ने दर्शकों को झूमने पर प्रस्तुति ने झूमने पर मजबूर कर दिया। हिंदी सामूहिक नृत्य प्रतियोगिता में स्लोबाक की बारबोरा और रोमानिया की अंका ने सभागार में अपनी प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया। घूमर नृत्य, शास्त्रीय नृत्य, गणेश बंदना आदि पर सुंदर प्रस्तुतियाँ विदेशी विद्यार्थियों ने दीं, जिसको अतिथियों ने सराहा।
ज्ञात हो, केंद्रीय हिंदी संस्थान के अंतरराष्ट्रीय हिंदी शिक्षण विभाग द्वारा विदेशी विद्यार्थियों की दो दिवसीय सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन अटल बिहारी वाजपेयी अंतरराष्ट्रीय सभागार में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अध्यापक शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. हरीशंकर ने की। मुख्य अतिथि के रूप में संस्थान के कुलसचिव डॉ. चन्द्रकांत त्रिपाठी उपस्थित रहे। निर्णायक मंडल के रूप में बैकुण्ठी देवी कन्या महाविद्यालय आगरा की शिक्षिका डॉ. अमिता त्रिपाठी एवं आगरा संगीत क्षेत्र की हस्ती डॉ. गजेन्द्र सिंह चौहान उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सुश्री रिया सिंह ने किया। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ. जोगेन्द्र सिंह मीना, सुश्री जानकी जेठवानी डॉ. मयंक, डॉ. उमेशचन्द्र सिरसवारी, डॉ. रूपा गुप्ता, डॉ. शमा उपस्थित रहे। अनुसंधान एवं भाषा विकास विभाग की अध्यक्ष डॉ. सपना गुप्ता, पूर्वोत्तर शिक्षण सामग्री निर्माण विभाग की अध्यक्ष डॉ. मीनाक्षी दुबे, दूरस्थ अध्यापक शिक्षा विभाग के अध्यक्ष डॉ. राजवीर सिंह भी उपस्थित रहे। संस्थान के अन्य विभागों में अध्यापक शिक्षा विभाग से डॉ. सलोनी, डॉ. अनुपमा अग्रवाल, डॉ. अनामिका गुप्ता, डॉ. नेहा सिंह, नवीकरण एवं भाषा प्रसार विभाग से डॉ. सौरभ सिंह, डॉ. यशोदा, डॉ. प्रियदर्शिनी की सहभागिता रही। इस अवसर पर केंद्रीय हिंदी संस्थान के सभी शैक्षणिक एवं प्रशासनिक सदस्य उपस्थित रहे और सभी ने सक्रिय योगदान दिया।