Sunday , 22 December 2024
Home अध्यात्म Photo News: Lord Jagannath appeared in golden guise wearing a chandua on Devshayani Ekadashi in Agra…#agranews
अध्यात्मआगरा

Photo News: Lord Jagannath appeared in golden guise wearing a chandua on Devshayani Ekadashi in Agra…#agranews

आगरालीक्स…आगरा में देवशयनी एकादशी पर आज भगवान जगन्नाथ ने दिए चंदुआ धारण कर स्वर्ण भेष में दर्शन. पहली बार भगवान के चरण और हाथों के भी हुए दर्शन

आज देवशयनी एकादशी पर श्रीजगन्नाथ भगवान में चंदुआ (मुकुट) धरण किया। स्वर्ण भेष में बहन सुभद्रा व भाई बलराम संग भक्तों को दर्शन दिए। कमला नगर स्थिति श्रीजगन्नाथ मंदिर में वर्ष में एक बार देवशयनी एकादशी के दिन भगवान के चरण व हाथों के दर्शन कर हर भक्त का मन भक्तिभाव से भर गया। संध्या आरती से पूर्व हरे राम हरे कृष्णा… का कीर्तन हुआ।

सामान्य तौर पर सिर पर पगड़ी धरण करने वाले श्रीजगन्नाथ भगवान आज चंदुआ (मुकुट) धरण किए थे। श्रीजगन्नाथ मंदिर कमला नगर के अध्यक्ष अरविन्द स्वरूप ने बताया कि मान्यता है कि रथयात्रा के बाद अपने मौसी के घर से लौटे भगवान ने देवशयनी एकादशी के दिन उन सभी उपहरों को धारण किया, जो उन्हें मौसी के घर से मिले थे। इसी मान्यतानुसार भगवान के स्वर्ण भेष में श्रंगार किया जाता है। गोल्ड प्लेटेट चांदी के आभूषण, स्वर्ण रंग का पोशाक से आज भगवान को श्रंगारित किया गया। वर्ष में एक दिन देवशयनी एकादशी के दिन भगवान के चरण व हाथों के भी दर्शन होते हैं। 18 जुलाई को अधार्पण होगा, जिसमें भगवान का प्रसाद शमशानों में भूत प्रेतों के लिए भेजा जाता है।

अरविन्द प्रभु ने बताया कि भगवान सभी का ध्यान रखते हैं। इसलिए कल का भोग हड़िया में लगाया जाएगा। जिसे भूत प्रेतों के लिए शमशान भेजा जाता है। आज के दिन धरण की पोशाक को भगवान दोबारा धारण नहीं करते। इस अवसर पर मुख्य रूप से शैलेन्द्र अग्रवाल, कान्ता प्रसाद अग्रवाल, संजीव मित्तल, सुनील मनचंदा, सुशील ग्रवाल, ओमप्रकाश अग्रवाल, संजय कुकरेजा, विपिन अग्रवाल, राजीव मल्होत्रा, सूरज प्रभु, देव केशव दास, हर्ष खटाना, अनिल गुप्ता, शास्वत नंदलाल दास, अलंकार दास, ललित माधव दास, शंभु प्रभु आदि उपस्तित थे।

श्रीजगन्नाथ मंदिर (इस्कॉन) कमला नगर के अध्यक्ष अरविन्द प्रभु ने बताया कि कल दशमी के दिन बैंगन दशमी पर बैंगन के विभिन्न व्यंजनों के प्रसाद लगाया गया। जिसमें बैंगन की पूड़ी, बैंगन की रोटी, बैंगन की कचौड़ी, बैंगन का मीठा व नमकीन रायता, बैंगन का भाजा, बैंगन की रसे की सब्जी, दूध के साथ बनी बैंगन की मिठाई जैसे कई व्यंजन थे। बैंगन दशमी के बाद से चार माह (सावन, भादों, क्वार, कार्तिक) तक पत्तेदार व बैंगन की सब्जी नहीं खाई जाती है।मौसम में कीड़े इसके पीछे वैज्ञानिक कारण भी है। बैंगन व पत्तेदार सब्जियों में बरसात के मौसम में कीड़े होने व पाचन में दिक्कत होने से इन्हें चार माह के लिए त्यागा जाता है।

Related Articles

आगरा

Agra News: The Taj carnival going on in Sadar ended brilliantly…#agranews

आगरालीक्स…सदर में संडे बना म्यूजिकल डे….ताज कार्निवल फेस्ट में इंडियन आइडियल और...

आगरा

Agra News: 56 Bhog were offered to Giriraj ji by parikrama of Govardhan…#agranews

आगरालीक्स…श्रीगोवर्धन गिरधारी, मैं आयो शरण तुम्हारी…दुग्धधार संग आगरा के श्रीगिरिराज जी सेवक...

आगरा

Agra News: Professor Prem Saran honored with Satsangi Mahamana Science and Technology Very Vishisht Ratna 2024…#agranews

आगरालीक्स…राधास्वामी सत्संग दयालबाग के आध्यात्मिक गुरु प्रोफेसर प्रेम सरन सत्संगी महामना विज्ञान...

आगरा

Agra News: The story of Shri Ram ends with Kumbhakarna, Ravana’s killing and Shri Ram’s coronation…#agranews

आगरालीक्स…चलत विमान कोलाहल होई, जय रधुवीर कहहि सब कोई…श्रीराम कथा का कुम्भकर्ण,...