आगरालीक्स.. आपके सिर के बाल झड़ने लगे हैं तो आपकी बॉडी लॉकडाउन में है। आगरा की डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. इशिता
राका ने कोरोना ही नहीं नौकरी जाने से हो रही गंजेपन की समस्या पर आगरालीक्स से विस्तार से चर्चा की।
Dr Ishita’s Divine Skin Clinic, शांति मधुवन प्लाजा , दिल्ली गेट की संचालिका डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. इशिता राका ने बताया कि हमारे सिर के बाल की ग्रोथ के तीन फेज होते हैं। anagen, catagen, and telogen। एनाजन फेज में बाल की ग्रोथ होती है, बाल कितने लंबे होंगे, यह एनाजन फेज में होता है। इसके बाद बाल रेस्टिंग पफेज में चले जाते हैं, इसे टेलोजन फेज कहते हैं और इसी दौरान बाल झड़ने लगते हैं। इसके बाद बाल दोबारा एनाजन फेज में चले जाते हैं।
पोस्ट कोविड में इसलिए झड़ रहे बाल
डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. इशिता राका ने बताया कि टेलोजन फेज में 10 फीसद बाल होते हैं, हर रोज सिर के बाल झड़ते हैं, इनकी संख्या कम होती है। कोविड सहित अन्य संक्रमण में जब तनाव बढ़ जाता है तो बाल 10 फीसद से बढ़कर 30 से 50 फीसद तक टेनोजन फेज में चले जाते हैं और ज्यादा बाल झड़ते हैं, इसके चलते ही लोग पोस्ट कोविड में गंजे हो रहे हैं, लेकिन यह अस्थायी होता है।
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तनाव और लॉकडाउन में बॉडी के जाने से भी झड़ते हैं बाल
डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. इशिता राका ने बताया कि कोरोना काल में लोगों की नौकरी चली गई, इसके साथ ही कई अन्य कारणों से वे तनाव में रहे। एक तरह से लोगों की बॉडी लॉकडाउन में चली गई और तनाव बढ़ गया, इससे भी बाल झड़ने लगते हैं और गंजापन की समस्या बढ़ी है।
छह महीने में आने लगते हैं बाल, प्रोटीन रिच डाइट का करें सेवन
इस तरह से होने वाली गंजेपन की समस्या छह महीने में बिना किसी इलाज के ठीक हो जाती है और बाल आने लगते हैं। मगर, इसके लिए जरूरी है कि प्रोटीन रिच डाइट लें, इसमें हरी सब्जी, सोयाबीन, पनीर दही और नॉन वेज खाने वाले अंडा, चिकिन, मछली खाने में ले सकते हैं। इसके साथ ही कुछ थैरेपी भी हैं और एक्सरसाइज भी हैं, इससे हैप्पी हार्मोन एंडोरफिन का सिक्रेशन बढ़ जाता है, इससे भी बाल आ जाते हैं। इसके साथ ही हेयर ग्रोथ बूस्टर थैरेपी भी ले सकते हैं।