Pran Pratishtha and Panch Kalyanak Gajrath Festival of 52 ton Ashtadhatu statue of Lord Adinath in Amarkantak from March 25
नईदिल्लीलीक्स.. सर्वोदय जैनतीर्थ में अष्टधातु की 52 टन की भगवान आदिनाथ की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव 25 मार्च से दो अप्रैल से। तैयारी में जुटे श्रद्धालु।
आचार्य विद्यासागर महाराज के सानिध्य में कार्यक्रम
अमरकंटक स्थित जैनतीर्थ में भगवान आदिनाथ की प्रतिमा का पंचकल्याणक महोत्सव 25 मार्च से दो अप्रैल तक आचार्य विद्यासागर महाराज के सानिध्य में किया जा रहा है।
यूपी में ढाला गया था प्रतिमा को
भगवान आदिनाथ की प्रतिमा 28 टन वजनी कमल पर विराजमान है। प्रतिमा और कमल का कुल वजन का योग 52 टन है। सन् 1994 में उत्तर प्रदेश के उन्नाव में मूर्ति ढाली गई थी। इसे विश्व की सबसे बडी अष्टधातु की जैन प्रतिमा माना जा रहा है।
20 साल में तैयार हुआ है जिनमंदिर
मंदिर की आधारशिला छह नवंबर 2003 को भारत के तत्कालीन उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत ने आचार्य विद्यासागर के सानिध्य में रखी थी। लगभग 20 वर्षों में जिनमंदिर निर्मित हुआ है।