आगरालीक्स(19th September 2021 Agra News)… एक शब्द एक राह, एक ले मशाल। राष्ट्रमाता बोलती है जागो मेरे लाल. कालिंदी विहार में गूंजे राष्ट्रीय चेतना के स्वर.
स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव की कड़ी में संस्कार भारती और सेंट स्टीफन कॉलेज की ओर से रविवार को कालिंदी विहार स्थित सेंट स्टीफन कॉलेज में ‘चेतना के स्वर’ कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। समाजसेवी दंपति रामदयाल और कलावती वर्मा के साथ अमर शहीद मेवाराम द्वारा समाज और राष्ट्र हित में किए गए बलिदान का भावपूर्ण स्मरण किया गया।
कवि सम्मेलन में बही काव्य-धारा
वरिष्ठ कवि डॉ. त्रिमोहन तरल ने देश के प्रति भावनाओं को इस प्रकार बयां किया, “जान में मेरी बसा है, मैं भी इसकी जान हूँ। देश मेरी और मैं ख़ुद देश की पहचान हूँ..”। वरिष्ठ कवि डॉ. आरएस तिवारी “शिखरेश” का यह संदेश सबके दिल को छू गया- “आओ ! आजादी का अमृत पर्व मनाएँ। संकल्प शांति का हरदम ही दोहराएँ। संसद ,सविधान और तिरंगे की हम शान बढ़ाएँ..”। वरिष्ठ कवयित्री डॉ. यशोधरा यादव ‘यशो’ ने आह्वान किया- ” एक शब्द एक राह, एक ले मशाल। राष्ट्रमाता बोलती है जागो मेरे लाल..”।
भगवान राम की महिमा का बखान
गया प्रसाद मौर्य ‘रजत’ ने भगवान राम को समर्पित छंद पढ़कर भाव- विभोर कर दिया। उन्होंने सुनाया, मात जानकी के संग लखन बिराजें बीर, हनुमत वीर तेरे सदा रखबारे हैं। दूर से ही देख रहे सरयू के तीर आज, सकल नदी का नीर चरण पखारे हैं। दीनन के नाथ आप दीनबन्धु दीनानाथ, पत्थर अहिल्या तारि, शबरी को तारे हैं। भारत के प्राण तत्व सभ्यता के मूलरूप, हमको भी तारो नाथ, हम भी तुम्हारे हैं..”। श्रुति सिन्हा ने कहा, स्त्रियां आश्वस्त मन की कविताएं हैं। स्त्रियां राष्ट्र-निर्माण की संवाहिकाएं हैं..”।
ये रहे शामिल
संस्कार भारती के अखिल भारतीय साहित्य प्रमुख राज बहादुर सिंह ‘राज’ ने अमृत महोत्सव पर प्रकाश डाला। सेंट स्टीफन शिक्षण समूह के संस्थापक श्रीचंद वर्मा ने अध्यक्षता की। आयकर आयुक्त (अपील) एसके बाजपेई मुख्य अतिथि रहे। राम अवतार यादव विशिष्ट अतिथि रहे। संरक्षक डॉ. गंभीर सिंह सिकरवार, संयोजक केके मिश्रा और फूल चंद गुप्ता ने कवियों का स्वागत किया। हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत हिंदी सेवी और आयकर आयुक्त एसके वाजपेई जी का अभिनंदन किया गया। डॉ. आरएस तिवारी “शिखरेश” ने कवि सम्मेलन का संचालन किया।