आगरालीक्स…रोहित ने ठुमक..ठुमक कर कदम रखते हुए उठाया विश्वकप। दूर्वा (घास) क्यों चबाई। तिरंगा बारबाडोस की जमीन पर गाड़ा। तस्वीरों में अद्भुत नजारे।
बिलकुल बच्चा बन गए रोहित शर्मा
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ट्रॉफी उठाने के दौरान बिलकुल बच्चा बन गए। ट्रॉफी लेने के लिए ठुमक.. ठुमक कर कदम रखते हुए जयशाह और रोजर बिन्नी से ट्रॉफी लेने पहुंचे तो हर चेहरा मुस्करा रहा था।
जीत के बाद घास चबाई, तिरंगा गाड़ा
रोहित शर्मा भारत की जीत मिलते ही जमीन पर लेट गए। जमीन को कई बार हथेलियों से ठोका। ठीक विराट की तरह जब पिछले कप में पाकिस्तान को हराने के बाद विराट ने जमीन को हथेलियों से ठोका था। साथियों ने उन्हें उठाय़ा।
रोहित ने घास नहीं दुर्वा को चबाया, गणेश जी का प्रसाद
रोहित यहीं नहीं रुके उन्होंने पिच की दूर्वा (घास) को चबाया। रोहित महाराष्ट्र के हैं, जहां गणेश पूजा की जाती है, जिसमें दूर्वा (घास) चढ़ाई जाती है, जिससे उसका महत्व वह अच्छी तरह से जानते थे और प्रसाद के रूप में उसे चखा, जबकि लोगों का मानना है कि विम्बलडन में इस तरह से जीत के बाद घास को चबाया जाता है।
बेटी को तिरंगा लेकर कंधे पर लेकर घूमे
बेटी को तिरंगा लेकर कंधे पर बिठाकर भी वह मैदान में चक्कर लगाते नजर आए।