आगरालीक्स…. आगरा के वरिष्ठ डॉक्टर को इलाज में लापरवाही से मौत के मामले में 19 साल बाद मुक्त कर दिया गया। ( Senior doctor of Agra acquitted after 19 years in the case of death due to negligence in treatment)
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आगरा के रहने वाले सत्यप्रकाश गुप्ता ने 78 साल के पिता गुलाब चंद्र गुप्ता को 13 अगस्त 2005 को डॉ. एमसी गुप्ता को दिखाया, डॉक्टर की सलाह पर उन्हें नर्सिंग होम में भर्ती कर दिया गया।
एनेस्थीसिया देकर एंडोस्कॉपी करने से मौत का आरोप
16 अगस्त को गुलाब चंद्र गुप्ता की मौत हो गई, उनके बेटे सत्य प्रकाश गुप्ता ने आरोप लगाए कि पिता को दिल की बीमारी और ब्लड प्रेशर होने के बाद भी एंडोस्कोपी करने के लिए एनेस्थीसिया दिया गया इससे उनकी मौत हो गई।
राज्य उपभोक्ता आयोग ने साक्ष्य प्रस्तुत न करने पर मामला किया निरस्त
इस मामले में राज्य उपभोक्ता आयोग में सुनवाई के दौरान डॉक्टर की तरफ से तर्क दिया गया कि जब मरीज उनके पास आए थे तो कई बीमारियां से ग्रसित थे। परिजनों को भी बता दिया था, परिवादी द्वारा पोस्टमार्टम भी नहीं कराया गया जिससे मौत का कारण पता चल सके। राज्य उपभोक्ता आयोग के न्यायमूर्ति आशोक कुमार ने साक्ष्य न होने पर मामले को निरस्त कर दिया है।