SNMC, Agra News : Targeted treatment of cancer after understanding behaviour of cancer cell
आगरालीक्स….. आगरा में जुटे विशेषज्ञों ने बताया कैंसर के बिहेवियर को समझने के बाद इलाज करने से अच्छे नतीजे आ रहे हैं। पीजी क्विज में डॉ. ऐशना, डॉ. रेखा, डॉ. आयुष ने मारी बाजी।
एसएन मेडिकल कॉलेज के रेडियोथेरेपी विभाग में शनिवार को माल्क्यूलर ओंकॉलाजी पर कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम संयोजक एवं रेडियोथेरेपी विभागाध्यक्ष डॉ सुरभि गुप्ता ने कैंसर की उत्पत्ति विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि अगर हम कैंसर का सटीक उपचार करना चाहते हैं तो कैंसर के बिहेवियर को समझना ज़रूरी है। एक ही तरह का कैंसर अलग अलग इंसानों में अलग तरीक़े से बिहेव कर सकता है। इसलिए कैंसर के मॉलिक्यूलर स्ट्रक्चर को जानना ज़रूरी है।
इस तरह किया जा रहा इलाज
हिमालयन कैंसर इंस्टिट्यूट , देहरादून के रेडिथेरेपी विभागाध्यक्ष डॉ. मीनू गुप्ता ने ब्रेस्ट कैंसर एवं लंग कैंसर के जेनेटिक स्ट्रक्चर पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि बायोप्सी से ही हम कैंसर के जेनेटिक स्ट्रक्चर के बारे में जान सकते हैं। कैंसर करने वाली जींस की पहचान करने के बाद हम उस जींस को टारगेट करने वाली ड्रग्स उसे कर सकते हैं । जिससे कैंसर का सटीक इलाज बिना सिस्टमेटिक साइड इफ़ेक्ट्स के किया जा सकता है।
जे. कि. कैंसर इंस्टिट्यूट , कानपुर से आए मेजर डॉ. बेग ने कैंसर की जेनेटिक्स के पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि अब ब्रेन कैंसर का इलाज पूरी तरह से उसकी मॉलिक्यूलर सबटाईप्स के अनुसार होता है। अब आनकोडेक्स टाइपिंग से हम पहले से पता लगा सकते हैं की ये कैंसर कितना ख़तरनाक हो सकता है या इसके दोबारा होने है कितनी संभावना है। इसके द्वारा यह भी पता लगाया जा सकता है की किन मरीज़ों को कीमोथेरेपी की आवश्यकता है। उन्होंने कैंसर किस प्रकार अपनी ब्लड सप्लाई बनाता है इसकी भी जानकारी दी। प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने कैंसर जागरूकता के कार्यक्रम के साथ साथ कैंसर की डायग्नोसिस एवं इलाज के लिए उपलब्ध नई टेक्नोलॉजी के बारे में भी समय समय पर सेमिनार एवं गोष्ठी कराने पर भी ज़ोर दिया।
कार्यक्रम के अंत में पी जी छात्रों के लिए एक क्विज का आयोजन किया गया। जिसमें डॉ ऐशना, डॉ रेखा, डॉ आयुष की टीम विजयी रहीं।
कार्यक्रम में डॉ अनुज त्यागी, डॉ गरिमा डूंडी, डॉ तबस्सुम, डॉ पूजा अग्रवाल, डॉ दीपा, डॉ अरुण यादव , डॉ रूपाली , डॉ वरुण अग्रवाल , डॉ प्रीति भारद्वाज का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम में डॉ अपराजिता, डॉ नेहा आज़ाद , डॉ ऋचा गुप्ता, डॉ कामना, डॉ प्रशांत सिंह , डॉ पल्लवी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को सर्टिफ़िकेट्स भी दिये गये ।