Agra News: Homeopathic doctors from all over the country gathered in the National Homoeopathic Conference Homocon 2023…#agranews
आगरालीक्स…ऐलोपैथी समाप्त होती हैं, होम्योपैथी शुरू होती है. होम्योपैथी पर अब भ्रांतियां हुईं कम. देश दुनिया के होम्योपैथी चिकित्सक जुटे
ताजनगरी में इंडियन सोसाइटी ऑफ होम्योपैथी और हैनीमैंन एजुकेशन डेवलपमेंट सोसाइटी की ओर से दो दिवसीय 9वीं नेशनल होम्योपैथिक कॉन्फ्रेंस होमोकोन 2023 का आयोजन फतेहाबाद रोड स्थित ग्रांड मर्क्युरी होटल में हुआ। जिसका उद्द्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल, अंतराष्ट्रीय होम्योपैथिक संघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अलोक पारीक, इंडियन सोसाइटी ऑफ होम्योपैथी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आदित्य पारीक, हैनीमैंन एजुकेशन डेवलपमेंट सोसाइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शिब्ली मज़हर और आयोजन सचिव डॉ अशोक चौहान ने दीप प्रव्ज्जलन कर किया। मुख्य अतिथि प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि आगरा होमोपेथिक में डॉ. पारीक के नाम से भी जाना जाता है। नयी पीढ़ी को मैं ज्यादा अप टू डेट मानता हूँ एलोपेथी समाप्त होती है तो होम्योपैथी शुरू होती है। अब होम्योपैथी को लेकर भ्रांतियां भी कम हुई है। ये कारागार है पर हम जल्दी में है यहाँ रोग का स्थायी समाधान होता है।
इंडियन सोसाइटी ऑफ होम्योपैथी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आदित्य पारीक ने बताया कि मनोचित्सा के पहले सत्र में मुख्यधारा के रूप में होम्योपैथी चिकित्सा के रूप में अवसाद के मामलों में पर डॉ. मोनिका श्रीवास्तव, सामाजिक चिंता विकार और उपचार के रूप में होम्योपैथी और माइंडफुलनेस तकनीकों की भूमिका और अनुप्रयोग पर डॉ. जयिता चौधरी, पर्सिविंग माइंड रूब्रिक्स और इसका नैदानिक अनुप्रयोग पर डॉ. निशांत सारस्वत और भारत में होम्योपैथिक शिक्षा पर डॉ. तारकेश्वर जैन ने अपने विचार रखे।
होम्योपैथी चिकित्सीय विज्ञान के दुसरे सत्र में थ्रोम्बोएन्जाइटिस ओब्लिटरन्स के उन्नत मामलों का साक्ष्य आधारित उपचार पर डॉ राजेंद्र गुप्ता और घुटने की विकलांगता और होमियो ऑर्थो हीलिंग पर डॉ. पंकज श्रीवास्तव ने अपने विचार रखे। होम्योपैथी अनुसंधान के तीसरे सत्र में रोगजनक कवक के खिलाफ होम्योपैथिक दवाओं की इन-विट्रो स्क्रीनिंग पर डॉ. गिरीश गुप्ता, बालों के माध्यम से दवा का संचरण, साक्ष्य आधारित मामलों के साथ एक नैदानिक अध्ययन पर डॉ रवि सिंह और कैंसर जीव विज्ञान पर डॉ एम एस चतुर्वेदी ने सेमिनार दिया। कांफ्रेंस में श्रीलंका, नेपाल सहित देशभर से लहभग चार सौ चिकित्सको ने शिरकत की। कॉन्फ्रेंस में पोस्ट कोविड के बाद आयी समस्याओ और उपचार पर भी मंथन किया। मंच से वार्षिक स्मारिका का विमोचन भी किया गया। मंच संचालन एडवोकेट रवि अरोरा ने किया। धन्यवाद डॉ. आदित्य पारीक ने दिया।
इन्हें मिला होम्यापैथी में योगदान पर अवार्ड
लाइफ टाइम अर्चिव्मेंट अवार्ड से डॉ. जे.डी. दरानी, होमोपेथी एक्सीलेंट अवार्ड से डॉ. आरके भाटिया, लाइफ टाइम होमोपेथिक रिसर्च अवार्ड से डॉ. पवन पारीक, डॉ डीपी रस्त्तोगी मेमोरियल अवार्ड से डॉ. नीतिका पारीक, डॉ अनुरुद्ध वर्मा मेमोरियल अवार्ड से डॉ. कैलाश चन्द्र सारस्वत, डॉ प्रफुल विजयकर अवार्ड से डॉ अनिल गौतम, डॉ शेखर टंडन मेमोरियल अवार्ड से डॉ अजीत शर्मा, डॉ. एनडी सिन्धी मेमोरियल से डॉ राजेंद्र सिंह, डॉ कान्त मेमोरियल अवार्ड से डॉ विकास त्रिपाठी, डॉ बुरुनेत्त अवार्ड से डॉ भक्त वत्सल, डॉ अखिलेश श्रीवास्तव मेमोरियल अवार्ड से डॉ ममता पंकज, डॉ एस एम देसार्दा अवार्ड से डॉ. मिराज अहमद अंसारी, डॉ. हेमन बेनर्जी मेमोरियल अवार्ड से डॉ नरेन्द्र पाठक, डॉ. सोहन लाल मेमोरियल अवार्ड से डॉ एसएस गुप्ता, डॉ. सी एफ एस हैनीमैंन मेमोरियल अवार्ड से डॉ वीके जैन, डॉ सीपी गोयल मेमोरियल अवार्ड से डॉ शहीद खान, डॉ कृपाल सिंह बक्शी अवार्ड से डॉ मोहित सत्संगी और डॉ कुतुबुल हक मेमोरियल अवार्ड से डॉ. दानिश सम्मानित किया |
समापन कल
कॉन्फ्रेंस के दुसरे दिन पहले सत्र में क्रियाविधि, दूसरे सत्र में प्रसूति शास्र, तीसरा सत्र एप्लाइड होम्योपैथी और चौथा सत्र केस रिपोर्ट नैदानिक अनुसंधान पर परिचर्चा होगी। समापन में मुख्य अतिथि महापौर हेमलता दिवाकर और वरिष्ठ चिकित्सक आर. एस पारीक रहेंगे।
मौजूद रहे
डॉ. नीतिका पारीक, डॉ. आशीष वर्मा, डॉ. शिब्ली मजहर, डॉ. पंकज त्रिपाठी, डॉ. अशोक चौहान, डॉ. एसके तिवारी, डॉ. रामजी सिंह, डॉ. गिरीश गुप्ता, डॉ. जे.डी. दरानी, डॉ. विकास त्रिपाठी, डॉ. आदर्श त्रिपाठी