आगरालीक्स…(21 November 2021 Agra News) आगरा के ईदगाह स्थित मंदिर में स्थापित हुई भगवान आदिनाथ की प्रतिमा. पंचकल्याणक महोतसव सम्पन्न…
विश्व शांति महायज्ञ का समापन
मोक्ष कल्याणक क्रिया के साथ आज ओल्ड ईदगाह कालोनी में आयोजित श्री 1008 श्रीमज्जिनेन्द्र जिनबिम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव एवं विश्व शांति महायज्ञ का समापन हुआ। पंचकल्याणक की सभी क्रियाएं विधि विधान से सम्पन्न होने के बाद भगवान आदिनाथ की प्रतिमा को बैंडबाजों संग ओल्ड ईदगाह कालोनी स्थित मंदिर में स्थापित किया गया। इससे पूर्व भगवान आदि नाथ तो कैलाश पर्वत से निर्वाण प्राप्ति (मोक्ष गमन), अग्नि कुमार देवों का आगमन व नख व केश विसर्जन आदि क्रियाओं व सिद्ध पूजन, मोक्षकल्याणक पूजन व विश्वशांति महायज्ञ मुनिस्री विशाल सागर, मुनिश्री वीरसागर, मुनिश्री धवल सागर के सानिध्य में सम्पन्न कराया गया।
पूजन के दौरान नीलेश जैन ने भजन प्रस्तुत कर माहौल भक्तिमय बना दिया। संचालन प्रदीप भैया ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से मुख्य संयोजक रिंकू जैन, सहसंयोजक अनिल जैन, अमित जैन, अजीत जैन, दिलीप जैन, अभय केदार, रविन्द्र, राजकुमार, सचिन, चंद्रदीप, अतुल, अजय दीपक आदि उपस्थित थे।
मोक्ष चाहिए तो मोह का त्याग करें
आगरा। ओल्ड ईदगाह कालोनी में आयोजित श्री 1008 श्रीमज्जिनेन्द्र जिनबिम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव एवं विश्व शांति महायज्ञ में आज मुनिश्री 108 धवलसागर ने मोक्ष कल्याणक का महत्व समझाते हुए अपने प्रवचन में कहा कि मोक्ष की प्राप्ति का एकमात्र उपाय मोह का परित्याग है। जिस प्रकार भगवान ने अनेक उपसर्गों को सहते हुए कठिन तपस्या की व मोह त्याग कर अपने जीवन में समता का निर्माण कर मोक्ष प्राप्त किया, उसी प्रकार हर श्रावक को मोह छोड़ना पड़ेगा, तभी आत्मा का कल्याण होगा। कहा कि भावना पाषाण को भगवान बना देती है। विवेक का स्तर गिरने पर वासना इंसान को शैतान बना देती है। श्रद्धालुओं को ब्रह्मचर्य का महत्व बताते हुए अष्टमी व चतुर्थदशी के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करने को कहा। कलश से भी महत्वपूर्ण धर्मध्वजा होती। तंत्र-मंत्र से व्यापार और घर परिवार में खुशहाली नहीं आती। कुछ करने से आती है। इसलिए भगवान का दर्शन और आराधना करिए।