टेल्गो ट्रेन का दूसरा ट्रायल मथुरा और पलवल के बीच चल रहा है। टेल्गो ट्रेन मंगलवार को मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन से रूंधी रेलवे स्टेशन के लिए शाम को 4:16 बजे 170 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से रवाना हुई। रूंधी रेलवे स्टेशन पर यह ट्रेन 4:55 बजे पहुंची। ट्रेन के 170 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ने के चलते ट्रेन मात्र 39 मिनट में ही 74 किमी की दूरी तय कर ली।
डीजल इंजन के साथ पहली बार कोई ट्रेन देश में 170 किमी की स्पीड से रेल ट्रैक पर दौड़ी है। इस उपलब्धि पर ट्रेन के साथ चले लोको पायलट सुजीत पाठक, विवेक शर्मा और गार्ड एसके मिश्रा काफी खुश दिखाई दिए। लोको पायलट विवेक शर्मा ने बताया कि इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनकर वे बेहद खुश हैं।
जंपिंग के साथ ट्रायल
टेल्गो को दोपहर में छाता के निकट आझई रेलवे स्टेशन पर जंपिंग के साथ चलाकर चेक किया गया। इस दौरान रेल ट्रैक पर करीब एक इंच मोटा और छह इंच लंबा लोहे का टुकड़ा रखा गया। इसके बाद इंजन के पिछले पहियों को इस पर से निकाला गया। यह जांच इसलिए की गई थी ताकि पता लग सके कि इस तरह के गतिरोध से टेल्गो का क्या असर होता है।
गतिमान से तेज दौडी टेल्गो
दिलीप कुमार सिंह एडीआरएम, आगरा मंडल का कहना है कि टेल्गो ने चौथे दिन के ट्रायल में ही गतिमान को पीछे छोड़ दिया है। देश के इतिहास में पहली बार कोई ट्रेन 170 किमी प्रति घंटा की स्पीड से दौड़ी है। अब टेल्गो को और अधिक स्पीड पर दौड़ाया जाएगा। गतिमान ओएचई इंजन बिजली से चलती है, जबकि टेल्गो डीजल इंजन से चल रही है। गतिमान की अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा है।
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