प्रचार थमा, अब वोटिंग
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आज प्रचार खत्म होने के साथ ही वोटिंग के लिए चुनावी रण पूरी तरह से सज चुका है। दिल्ली विधानसभा चुनाव जितने दिलचस्प इस बार हैं पहले कभी नहीं थे। इसकी एक खास वजह यह है कि इस बार एक क्षेत्रिय पार्टी दो राष्ट्रीय पार्टियों पर भावी पड़ रही है। दिल्ली में जहां भाजपा और आप के बीच सीधी लड़ाई है, वहीं कांग्रेस इस लड़ाई में लगभग बाहर है।
पिछली बार दिल्ली में सबसे बड़ा उलट फेर करने वाली आम आदमी पार्टी को इस बार दिल्ली की सत्ता के काफी करीब माना जा रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में दूसरे नंबर पर रही आप इस बार पूरे शबाब में है। आप की इसी मजबूती को खत्म करने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मैदान में उतरना पड़ा है।
दरअसल भाजपा के लिए दिल्ली में विधानसभा चुनाव इतने समय के बाद कराना काफी भारी पड़ रहा है। लोकसभा चुनाव केे दौरान जिस मोदी लहर का जिक्र किया जा रहा था वह इस बार हल्की पड़ती दिखाई दे रही है। वहीं यदि कहा जाए कि आज भी मोदी के अलावा भाजपा के पास कोई दूसरा नेता नहीं है तो यह भी गलत नहीं होगा।
सात फरवरी को दिल्ली के कुल 1,33,09,078 मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का ईवीएम में कैद कर देंगे। दस फरवरी को नतीजे सभी के सामने होंगे। दिल्ली के कुल 1,33,09,078 मतदाताओं में से करीब 73,89,089 मतदाता पुरुष हैं और 59,19,127 महिलाएं हैं। इसके अलावा 862 किन्नर भी मतदाता हैं। इस चुनाव के लिए कुल 11763 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
इसके अलावा चुनाव आयोग के निर्देश पर प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक मॉडल मतदान केंद्र भीबनाया जाएगा। राष्ट्रपति भवन में एक मतदान केंद्र अलग से बनाया जाएगा। इस विधानसभा चुनाव में कुल 36 हजार ईवीएम इस्तेमाल की जाएंगी।इसमें 20 हजार बैलेट यूनिट तथा 15 हजार कंट्रोल यूनिट शामिल होंगी।