स्कूल द्वारा वृद्धाश्रम के लिए आयोजित टूर पर बच्ची को मिली दादी, रोने लगी दादी और नातिन
आगरालीक्स.. स्कूल द्वारा वृद्धाश्रम के लिए आयोजित किए गए टूर पर बच्ची के अपनी दादी से मिलने का इमोशन फोटो वायरल हो रहा है, यह सही घटना है। इसे जानकार आप भी अपने आंसू नहीं रोक सकेंगे।
20 अगस्त से एक फोटो वायरल हो रहा है, इस फोटों पर कैप्शन लिखा गया है कि एक बच्ची अपने स्कूल के वृद्धाश्रम टूर पर जाती है। वहां उसे अपनी दादी मिल जाती हैं, वह दादी से लिपट कर रोती है। उसकी दादी वृद्धाश्रम में थी और उसके मम्मी पापा ने बताया था कि दादी रिश्तेदारी में गई हैं, इसे लगातार शेयर किया जा रहा है और कमेंट आ रहे हैं।
11 साल पहले की सही घटना
बीबीसी रिपोर्ट के अनुसार फोटो और उसके पीछे की कहानी सही है, लेकिन यह 11 साल पुरानी है। जैसा कि बीबीसी को अहमदाबाद में फोटो जर्नलिस्ट कल्पित ने बताया कि 12 सितंबर 2007 को उसके पास जीएनसी स्कूल, मणिनगर, अहमदाबाद की प्रिंसिपल रीटा बहन पांडया का फोन आया कि बच्चों को वृद्धाश्रम के टूर पर ले जा रहे हैं। इसकी कवेरज के लिए आ जाएं, कल्पित वहां चले गए। वृद्धाश्रम में स्कूल के बच्चे पहुंचे, एक तरफ बुजुर्ग महिलाएं बैठी हुई थी, जिन्हें परिजन वृद्धाश्रम छोड गए थे। वहीं, दूसरी तरपफ बच्चे बैठे थे। एक बच्ची और बुजुर्ग महिला एक दूसरे को टकटकी लगाकर देख रहे थे।
मिलते ही रोने लगी दादी और नातिन
कल्पित ने अच्छा फोटो लेने के लिए कहा कि बुजुर्ग महिलाओं के पास बच्चे भी खडे हो जाएं, इससे अच्छा फोटो आएगा। बच्चे जाने लगे, इसी बीच एक बच्ची दौडती हुई सामने बैठी बुजुर्ग महिला के गले से लिपटकर रोने लगी। वहां भीड लग गई, बच्ची ने बताया कि उसके मम्मी पापा ने बताया था कि दादी रिश्तेदारी में गई हैं। वह अपनी दादी से प्यार करती थी, उनके घर से चले जाने के बाद वह अकेला महसूस कर रही थी और अक्सर दादी की याद में रोती रहती थी।
अगले दिन पहुंची टीम, दादी का जवाब सुनकर रह गए सन्न
कल्पित का यह फोटो गुजरात के दिव्य भास्कर अखबार में पहले पेज पर लगा था, इसके बाद अगले दिन मीडिया कर्मी वृद्धाश्रम पहुंचे। वहां उन्होंने बुजुर्ग महिला से पूछा, उन्होंने जवाब दिया कि वह अपनी मर्जी से बेटे का घर छोडकर वृद्धाश्रम आ गई है।
11 साल में कई गुना बढ गए ऐसे मामले
यह 11 साल पुराना फोटो है, अब बुजुर्ग मां बाप को वृद्धाश्रम में छोडने के मामले तेजी से बढ रहे हैं। आगरा जैसे शहरों में भी इस तरह के मामले आ रहे हैं, रामलाल वृद्धाश्रम में तमाम ऐसे केस हैं।