दवा कंपनी इंटास ने मध्य प्रदेश के 15 डाॅक्टरों को उनके परिवार सहित 24 से 21 मई तक विदेश यात्रा पर भेजा था। इस मामले की शिकायत के बाद दो जून 2014 को मेडिकल काउंसिल आॅफ इंडिया (एमसीआइ) की अनु शासन समिति के सामने सुनवाई शुरू हुई। इस मामले की दो साल चली सुनवाई के बाद 18 फरवरी 2015 को एमसीआइ ने आरोपों को सही पाया। सोमवार को इंदौर सहित मध्य मध्य प्रदेश के अन्य जिलों के 15 न्यूरो सर्जन का पंजीकरण छह महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है। अब वे छह महीने तक प्रैक्टिस नहीं कर सकेंगे।मध्य प्रदेश मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार एसएएस काजमी ने बताया कि पंजीकरण निलंबन की कार्रवाई की जा रही है। वहीं, दवा कंपनी इंटास पर कार्रवाई के लिए ड्रग कंट्रोलर आॅफ इंडिया से कहा गया है।
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