25 thousand retail and wholesale traders of Agra will be included in MSME…#agranews
आगरालीक्स…(3 July 2021 Agra News) आगरा के 25 हजार व्यापारियों के लिए अच्छी खबर. रिटेल और होलसेल के कारोबारी MSME में होंगे शामिल. ऐसे मिलेगा लाभ, ऐसे करें रजिस्ट्रेशन…
आगरा के 25 हजार व्यापारियों को मिलेगा लाभ
रिटेल और होलसेट व्यापारियों के MSME में शामिल करने के सरकार के इस फैसले से आगरा के तकरीबन 25 हजार रिटेल और होलसेल व्यापारियों को लाभ मिलेगा. आगरा व्यापार मंडल ने सरकार के इस फैसले को व्यापारियों के लिए राहतभरा बताया है. आगरा व्यापार मंडल के अध्यक्ष टीएन अग्रवाल ने बताया कि पिछले दिनों हमने वित मंत्री से मुलाकात की थी, जिसके तहत हमने उन्हें लोकडाऊन के कारण हुए आर्थिक मंदी से कारोबार को ऊबारने के लिए थोक और खुदरा व्यापारियों को बैंक से ओवर ड्राफ्ट कम से कम ब्याज पर उपलब्ध कराने की मांग की. साथ ही उन्हें वे सारी सुविधाएं जो सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योग वालों को यानी MSME वालों को मिलती है, दी जाएं. इसके लिए आगरा व्यापार मंडल ने ट्वीट कर आग्रह भी किया था.
मंदी से जूझते कारोबार को मिलेगी राहत
आगरा के व्यापारियों का कहना है कि खुदरा और थोक व्यापारियों को MSME में शामिल करने से अब वह सारी सुविधा मिलेंगी जो सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योग वालों को यानी MSME वालों को मिलती है. जैसे कम बयाज पर लोन और ओवर ड्राफ्ट की सुविधा. साथ में अनेकों सुविधाएं. इससे आर्थिक मंदी से जूझते कारोबारों को राहत मिलेगी एक नयी दिशा मिलेगी. आगरा व्यापार मंडल के सभी पदाधिकारियों ने प्रधान मंत्री एवं केन्द्रीय MSME मंत्री नितिन गडकरी का आभार जताया है. व्यापारियों का कहना है कि अब जो भी व्यापारी पूंजी के बिना अपने कारोबार नहीं कर पा रहे थे, अब बैंकों से कम ब्याज पर लोन लेकर ओवर ड्राफ्ट लेकर अपने कारोबार को सुगमता से चला सकेंगे.
ये मिलेगा लाभ
बिना सिक्योरिटी ‘प्रधानमंत्री मुद्रा योजना’ के तहत मिलेगा 10 लाख रुपए तक का लोन
ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी के तहत 1% कम ब्याज के भुगतान की छूट पा सकेंगे व्यापारी
बकाया मिलने में देरी होने पर तिगुना चक्रवृद्धि ब्याज वसूल करने का अधिकार मिलेगा
ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
MSME का दर्जा पाने के लिए व्यापारी अपना रजिस्ट्रेशन सरकारी पोर्टल udyamregistration.gov.in पर करा सकते हैं. वे नए MSME के तौर पर अपना रजिस्ट्रेशन आधार कार्ड और पैन के साथ करा सकते हैं. रजिस्ट्रेशन का वेरिफिकेशन होने में कुछ दिन लगते हैं, जिसके बाद आवेदक को उद्यम रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट जारी होता है.
तीन कैटेगरी में मिलता है लोन
मुद्रा लोन तीन कैटेगरी में मिला है पहली शिशु मुद्रा योजना, दूसरी किशोर योजना और तीसरी तरुण योजना
शिशु मुद्रा योजना— इस योजना के तहत व्यापारियों को बिना सिक्योरिटी दिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 50 हजार रुपये तक मिल सकेंगे.
किशोर मुद्रा योजना— इस योजना के तहत व्यापारियों को बिना सिक्योरिटी दिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 50 हजार से 5 लाख रुपये तक मिल सकेंगे.
तरुण मुद्रा योजना— इस योजना के तहत व्यापारियों को बिना सिक्योरिटी दिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 10 लाख रुपये तक का लोन मिल सकेगा.
आगरा के व्यापारियों की मुहिम रंग लाई
आगरा व्यापार मंडल के मीडिया प्रभारी जय पुरसनानी ने बताया कि आगरा व्यापार मंडल बहुत दिनों से प्रयास कर रहा था, आखिर हमारी मुहिम रंग लायी. व्यापार मंडल की ओर से प्रधानमंत्री, वित् मंत्री को अनेकों बार टवीटर के माध्यम से व मीडिया के माध्यम से अनुरोध किया कि व्यापारियों को लोन अथवा ओवर ड्राफ्ट दिया जाये जिससे इस आर्थिक मंदी से कारोबार को ऊबारने के लिए राहत मिले.
सरकार के कदम का स्वागत
सरकार के कदम का स्वागत करने वाले अध्यक्ष टीएन अग्रवाल, कन्हैया लाल राठौर, मीडिया प्रभारी जय पुरसनानी, नितेश अग्रवाल, जयप्रकाश अग्रवाल, रमन लाल गोयल, अशोक मंगवानी, संदीप गुप्ता, अतुल बंसल, राजेश अग्रवाल, राजेश सिंघल, राकेश बंसल, देवेन्द्र गोयल, रामकुमार गोयल, आशीष शर्मा, महेश चंद अग्रवाल आदि.
सरकार ने किया ऐलान
कोरोना महामारी के कारण पिछले डेढ़ साल से व्यापार में बुरी तरह से चोट खाए बैठे रिटेल और होलसेल व्यापारियों के लिए शनिवार को सरकार की तरफ से अच्छी खबर आई. मोदी सरकार ने थोक और खुदरा व्यापारियों को MSME यानी सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यमों के दायरे में लाने का ऐलान किया है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने का कहना है कि इससे रिटेल और होलसेल व्यापारियों को अब प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के तहत आसानी से लोन मिल सकेगा. शनिवार को पीएम मोदी ने भी ट्वीट करके कहा कि हमारी सरकार ने खुदरा और थोक व्यापार को एमएसएमई के रूप में शामिल करने का एक ऐतिहासिक कदम उठाया है. इससे हमारे करोड़ों व्यापारियों को आसान वित्त, विभिन्न अन्य लाभ प्राप्त करने में मदद मिलेगी और उनके व्यवसाय को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी.