आगरालीक्स…(8 June 2021 Agra news) साढ़े चार लाख वित्तविहीन शिक्षक कर रहे आर्थिक समस्याओं का सामना. कई स्कूलों में नहीं आ रही फीस…305 करोड़ रुपए के परीक्षा शुल्क से दिया जाए शिक्षकों को मानदेय
305 करोड़ रुपए के परीक्षा शुल्क से दिया जाए शिक्षकों को मानदेय: डॉ. आकाश अग्रवाल
कोरोना महामारी के चलते शिक्षा व्यवस्था इतनी बुरी तरह प्रभावित हुई है कि यूपी बोर्ड के लगभग 20 हजार वित्तविहीन विद्यालयों और साढ़े चार लाख वित्तविहीन शिक्षकों को आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। ऐसे हालात में एक बार फिर शिक्षक-विधायक डॉ. आकाश अग्रवाल ने आगे आकर उनकी समस्याओं के समाधान हेतु अपनी आवाज बुलंद की है मंगलवार को डॉ. आकाश अग्रवाल ने उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित करते हुए एक ज्ञापन पंचकुइयां स्थित जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार और उप शिक्षा निदेशक जितेंद्र मलिक को सौंपा।
उन्होंने कहा कि अप्रैल, 2021 से कोरोना महामारी की वजह से विद्यालय पुनः बंद कर दिए गए हैं। विद्यालय में फीस न आने के कारण विभिन्न शिक्षकों को तनख्वाह नहीं मिल पा रही है। वित्तविहीन शिक्षक आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। दैनिक जीवन यापन के लिए भी इन शिक्षकों के पास आर्थिक साधन नहीं हैं। उन्होंने बताया कि आर्थिक कठिनाइयों के कारण मई, 2021 में एक शिक्षक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
उन्होंने बताया कि जब जब उनके द्वारा विधान परिषद में शिक्षकों को आर्थिक सहयोग की मांग की गई, प्रदेश सरकार द्वारा फंड के उपलब्ध न होने का रोना रोया गया, जबकि यूपी बोर्ड द्वारा इस वर्ष छात्रों से परीक्षा शुल्क के नाम पर लगभग 305 करोड रुपए की कुल राशि एकत्रित की गई है। चूंकि महामारी के कारण हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा निरस्त कर दी गई है, अतः इस राशि का सदुपयोग वित्तविहीन विद्यालयों और शिक्षकों की आर्थिक समस्याओं के समाधान हेतु सरकार द्वारा किया जाना चाहिए। सरकार का यह कदम मानवता की मिसाल पेश करेगा। इससे लाखों शिक्षक लाभान्वित होंगे और उनके घर का चूल्हा जल सकेगा।
मेरे वेतन एवं विधायक निधि का करें इस्तेमाल..
शिक्षक-विधायक डॉ. आकाश अग्रवाल ने कहा कि वित्तविहीन शिक्षकों को आर्थिक सहयोग प्रदान करने में अगर सरकार को आवश्यकता पड़े तो सरकार मेरे 6 साल के समस्त वेतन और 6 साल की विधायक निधि का प्रयोग भी कर सकती है। मैं इसके लिए सहर्ष तैयार हूं।
ज्ञापन देने के दौरान डॉ. आकाश अग्रवाल के साथ राजेंद्र सिंह बिष्ट, सुभाष मुद्गल, शैलेंद्र तिवारी, राजेश अरेला, बेनी प्रसाद गौतम, करन सिंह और दिनेश चंद मौजूद रहे।