आगरालीक्स…(2 मिनट में पूरी खबर) आगरा में एनडीआरएफ और सेना ने रोप लूप टेक्निक से 10 मिनट में 130 फीट गहरे बोरवेल से बाहर खींच लिया शिवा, न गड्ढा खोदा न सुरंग, बोला चाउमीन खाउंगा
Rope Loop Technique का किया प्रयोग
आगरा के निबोहरा थाना क्षेत्र के गांव धरियाई में सोमवर सुबह साढ़े सात बजे बोरवेल में गिरे 4 साल के मासूम शिवा को दस घंटे बाद सेना और एनडीआरएफ ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया. सेना ने बच्चे को रोप लूप टेक्निक से बाहर निकाला, जिसके कारण बोरवेल के पास में न तो ज्यादा गहरा गड़ढा खोदने की जरूरी पड़ी और न ही कोई सुरंग बनानी पड़ी. आर्मी ने अपनी कुशलता का परिचय देते हुए और रोप लूप टेक्निक का इस्तेमाल करते हुए बच्चे को 130 फीट गहरे बोरवेल से मात्र 10 मिनट के अंदर रस्सी के सहारे खींच लिया. बच्चे के सुरक्षित होने पर एक ओर जहां ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई तो वहीं लोग भगवान का शुक्रिया मनाने के साथ सेना का भी अभिभादन करने में जुट गए.
इस तरह निकाला शिवा, जानिए क्या होती है Rope Loop Technique
Rope Loop Technique में पहले रस्सी का एक जाल सा बनाया जाता है और फिर उसे इस तरह से डाला जाता है जिसके द्वारा किसी चीज के पकड़ में आते ही गांठ बंध जाती है. 4 साल के शिवा को निकालने के लिए भी सेना के जवानों ने इसी टेक्निक का प्रयोग किया. सबसे पहले उन्होंने रस्सी का एक जाल बनाया और उसमें कैमरा फिट करके बच्चे का मूवमेंट देखा. बच्चे का मूवमेंट दिखने और उससे बात करने के बाद आर्मी ने रस्सी का जाल बनाया और उसे नीचे डाला. उन्होंने बच्चे से हाथ ऊपर करने के लिए कहा. सेना ने रस्सी में एक बिस्किट का पैकेट भी लगाया, लेकिन बच्चे ने हाथ ऊपर नहीं किया. इसके बाद रस्सी में एक रुपये का नोट लगाया. जिसके नीचे जाते ही बच्चे ने हाथ ऊपर किया. उसके हाथ ऊपर करते ही रस्सी के जाल की गांठ लग गई और इसके सहारे उन्होंने दस मिनट के अंदर बच्चे को बोरवेल से बाहर निकाल लिया. सेना की इस टेक्निक के कारण न तो बोरवेल के पास गहरा गड्ढ़ा खोदने की जरूरत पड़ी और न सुरंग की. सेना के इस प्रयास की हर कोई सराहना कर रहा था.
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भाई से बोला शिवा—चाऊमीन खानी है
इधर बाहर निकलते ही शिवा का मौके पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मेडिकल चेकअप किया. उसके एक हाथ में हल्की सी चोट थी. उसे फिलहाल एसएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है. डॉक्टरों के अनुसार वह पूरी तरह से ठीक है, बस हल्की सी बाजू में चोट है जो कि रस्सी के सहारे खींचने के दौरान लगी है. इधर शिवा ने बाहर निकलते ही अपने भाई से चाऊमीन खाने की डिमांड की. इस पर उस वक्त मौजूद लोग हंस गए.
सुबह साढ़े सात बजे गिरा था शिवा
निबोहरा के धरियाई गांव के रहने वाले छोटे लाल का बेटा शिवा सोमवार सुबह छह बजे घर के बाहर खेल रहा था. इसी दौरान वह खेलते—खेलते घर के बाहर बने बोरवेल के गड्ढे में गिर गया. उसके साथ खेल रहे अन्य बच्चों ने परिजनों को यह बात बताई तो ग्रामीण इकट्ठा हो गए. थोड़ी देर में ही सूचना पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य विभाग की भी टीम मौके पर पहुंच गई. सूचना पर बाद में सेना भी आ गई. बच्चे की मूवमेंट पता करने के लिए रस्सी में कैमरा लगाया गया. इसके अलावा बच्चे के लिए आक्सीजन सप्लाई की भी व्यवस्था की गई.