
35 मिनट में 21 आसन –
योग की शुरुआत प्रार्थना से हुई जो लगभग डेढ़ से दो मिनट चली।
– इसके बाद यजुर्वेद के श्लोक का उच्चारण आधा मिनट तक किया गया। –
शिथिल करणीय अभ्यास हुआ गर्दन मोड़ना, कटि चालन विधि, घुटनों की विधि आसन 4 मिनट तक चला।
योगासन के तहत खड़े होकर किए गए आसन। ताड़ासन, वृक्षासन, पाद-हस्तासन, अर्धचक्रासन, त्रिकोणासन-इसमें 5 मिनट का समय लगा।
बैठकर किए गए आसन भद्रासन, अर्ध उष्टासन, शशांक व वक्रासन- 3 मिनट का समय लगा। पेट के बल लेटकर किए गए आसन भुजंगासन, शलभासन व मकरासन- 4 मिनट का समय लगा।
पीठ के बल लेटकर किए गए आसन सेतुबंधासन व पवनमुक्तासन- दोनों आसन में 3 मिनट लगा। कपालभाती में 2 मिनट का समय।
अनुलोम-विलोम में समय 4 मिनट लगा। भ्रामरी प्राणायाम में 2 मिनट का समय लगा। ध्यानयोग में 5 मिनट का समय लगा।
इस मौके पर बाबा रामदेव सहित देश के जाने-माने चार योगगुरु, केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाइक, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उपस्थित थे। योग शुरू करने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं योग कि परंपरा को शुरू करने वाले महापुरुषों को नमन करता हूं। इससे शांति के एक नए युग का आरंभ हो रहा है
योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि कभी राजपथ योगपथ बनेगा। शांति, सद्भावना के लिए नए युग का आरंभ हुआ है। योग की परंपरा को आगे बढ़ाने वाले महापुरुषों को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि तकनीक तो हर रोज बढ़ रही है, इस दौड़ में मानव कहीं वहीं न रह जाए। ऐसे में जरूरी है कि हमारा भी आंतरिक विकास हो। योग हमारे अंतरमन और अंतर ऊर्जा को विकसित करने का साधन है।
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