आगरालीक्स…(15 November 2021 Agra News) अब नासिर करेगा सेबू और उसकी मां गौरी की देखभाल. लाखों कीड़े थे शरीर पर, कई जगह लगाई गुहार, किसी ने नहीं की मदद तो इन्होंने किया इलाज…
कई दिन तक भूखी भटकती रही गर्भवती गाय
बीमार थी इसलिए मालिक ने छोड़ दिया। शरीर पर लाखों कीड़े थे, इसलिए कोई मदद को नहीं आया। गर्भवती गाय कैंट क्षेत्र में कई दिन तक भूखी प्यासी भटकती रही। मुस्तफा क्वार्टर के नासिर को पैर की हट्टी टूटे और बीमार गाय की दशा पर तरस आया तो उसने कई गौरक्षकों के पास गुहार लगाई। लेकिन मदद को कोई आगे नहीं आया। आखिर में कैस्पर्स होम संस्था की मदद से उसका का इलाज किया गया। नासिर ने बछड़े का नाम सेबू रखा है। उसका कहना है कि अब सेबू और उसकी मां को वो किसी को नहीं देगा, खुद ही देखबाल करेगा। हालाकि अभी सेबू की मां की स्थिति ठीक नहीं है।

शरीर पर थे लाखों कीड़े, पैर की हड्डी भी टूटी थी
लगभग एक सप्ताह पहले गर्भवती एक गाय कैंट क्षेत्र में भटक रही थी। स्तन, मुंह और शरीर पर लाखों कीड़े थे। एक पैर की हड्डी भी टूटी थी। किसी को उस पर तरस नहीं आया। नासिर के घर के पास उसने चार दिन पहले एक बछड़े को जन्म दिया। स्तन पर कीड़े होने के कारण बछड़ा दूध नहीं पी पा रहा था। नासिर ने कई गौरक्षों के पास मदद की गुहार लगाई। कोई मदद को आगे नहीं आया। पहले दिन तो नासिर ने गाय का दूध खरीदकर बछड़े को पिलाया। दूसरे दिन कैस्पर्स होम की निदेशक विनीता अरोड़ा को फोन किया। तीन दिन पहले कैस्पर्स होम की टीम की डॉ. तूलिका अग्रवाल, डॉ. स्वतंत्र धाकड़, दिलीप, मुकुल ने सेबू और उसकी मां का इलाज किया। पहली दिन तीन घंटे तक लगातार इलाज किया। नासिर का कहना है कि अब वह सेबू और उसकी मां गौरी की देखभाल खुद ही करेगा।