आगरालीक्स ….आगरा में यमुना के जल की सैंपल की जांच में चौंकाने वाला खुलासा, करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी ताजमहल के पास यमुना सबसे ज्यादा प्रदूषित मिली। यमुना में 92 नाले गिर रहे हैं, इनके ट्रीटमेंट के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट हैं, इसके बाद भी प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है।
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यानी यूपीपीसीबी महीने में दो बार यमुना जल के सैंपल की जांच करता है। अपर स्ट्रीम में कैलाश मंदिर और डाउन स्ट्रीम में ताजमहल के पास यमुना जल के सैंपल लिए जाते हैं।
ताजमहल के पास यमुना जल सबसे ज्यादा प्रदूषित
यूपीपीसीबी ने 25 मई और 10 जून को सैंपल लिए, इसमें ताजमहल के पास से लिए गए सैंपल में यमुना जल में घुली डिजाल्व आक्सीजन यानी डीओ और बायो आक्सीजन डिमांड यानी बीओडी मानकों से अधिक मिली। डीओ नहाने के पानी में पांच मिलीग्राम प्रति लीटर से कम होनी चाहिए जबकि ताजमहल के पास यमुना जल में डीओ 25 मई को 6.8 और 10 जून को 5.6 मिली। बीओडी दो से तीन मिलीग्राम प्रति लीटर होनी चाहिए लेकिन ताजमहल के पास 25 मई को बीओडी 12.4 और 10 जून को 11.2 मिली।