आगरालीक्स…आगरा के प्राचीन मंदिर मंदिर से गायब 300 से अधिक वर्ष पुरानी मूर्तियां अभी तक नहीं मिली. अष्टधातु से बनी हुई हैं भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, सीता और हनुमानजी व विष्णु जी की मूर्ति
10 मई को लोहामंडी जटपुरा के क्षेत्रीय लोगों ने लोहामंडी थाने में प्राचीन श्रीराम चंद्रजी के मंदिर से 300 से अधिक वर्ष पुरानी मूर्तियां चोरी होने की तहरीर दी थी। लेकिन अभी तक स्थानीय पुरिलस मामले को सिर्फ दो पक्षों (मंदिर की दो कमेटियों) का मामला बता कर मूर्ती गायब होने की बात को नकार रही है। 3 हजार गज में फैले इस मंदिर में 6 किरायदारों का कब्जा है। कुछ किराएदार बाहर आलीशान कोठियों में रहते हैं और मंदिर के कमरों में ताला डाल रखा है। 25-25 वर्ष से कोई किराया नहीं दिया, जबकि किराया मात्र 50-60 रुपए माह है। मंदिर परिसर में खाली पड़ी जगह को क्षेत्रीय लोग निशुल्क पार्किंग की तरह प्रयोग कर रहे हैं। यही हाल रहा तो टोडरमल द्वारा स्थापित यह प्राचीन मंदिर कुछ ही वर्षों में गायब हो जाएगा।

स्थानीय लोगों की मांग है कि एएसआई (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग) द्वारा 33 पेज की रिपोर्ट से पुलिस मुर्तियों का मिलान क्यों नहीं कर रही। कई मूर्तियां गायब हैं, जिनके स्थान पर अन्य मूर्तियां बदल कर रख दी गई हैं। मंदिर के नाम पर राजामंडी व किनारी बाजार की दुकानें कहां गायब हो गईं। किसी जमाने में इन्हीं दुकानों के किराए से मंदिर का खर्चा चलता था। उनका लेखा जोखा किसके पास है। मंदिर परिसर में अवैध कब्जा करने वालों पर आखिर नकेल कौन कसेगा और मंदिर का उद्धार कैसे होगा। राम बारात से भी प्राचीन दशहरा इसी मंदिर से प्रारम्भ होता है। जब भी मंदिर में किसी निर्माण या रख रखाव को बेहतर बनाने की बात होती है, मंदिर पर कब्जा करने वाले पक्ष के लोग इसका विरोध करने लगते हैं। 2020 से कमेटी के चुनाव नहीं हुए। एक कमेटी के विरोध में दूसरी कमेटी खड़ी हो गई। ऐतिहासिक मंदिर पर शासन प्रशासन के अलावा क्षेत्रीय लोगों की अनैतिक मनमानी चल रही है। आखिर इस ऐतिहासिक धरोहर को बचाने कौन गे आएगा।