आगरालीक्स…संत प्रेमानंद से मिलने पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत. प्रेमानंद महाराज बोले—जैसे राम, कृष्ण पूज्यनीय हैं उतना ही भारत पूज्यनीय है. राष्ट्र की सेवा ही धर्म का परिचायक…देखें वीडियो
मथुरा के वृंदावन में संघ प्रमुख माहन भागवत स्वामी प्रेमानंद महाराज के आश्रम दर्शन के लिए पहुंचे. यहां उन्होंने संत प्रेमानंद को पीले रंग का पटका भेंट किया और पुष्प माला पहनाई. मोहन भागवत ने कहा कि उन्होंने संत का वीडियो सोशल मीडिया पर देखा था जिसे देखने के बाद मिलने की इच्छा हुई और वह यहां आ गए. वहीं प्रेमानंद महाराज ने कहा कि सेवा के लिए जगत दिया है. एक व्यवहारिक सेवा और दूसरी आध्यात्मिक सेवा. उन्होंने कहा कि देशवासियों को सिर्फ वस्तु और सुख सुविधा देकर सुखी नहीं किया जा सकता है. उन्हें सुखी करने के लिए उनके बौद्धिक स्तर में सुधार लाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि हमारा देश धार्मिक देश है.
संत प्रेमानंद ने कहा कि भारतवासी सुखी तभी हो सकता है जब उसके मन में हिंसात्मकता, मन की मलीनता और अपवित्र बुद्धि दूर हो. जिस तरह भगवान राम, भगवान कृष्ण पूज्यनीय हैं उसी तरह हमारा भारत भी पूज्यनीय है. राष्ट्र की सेवा ही धर्म का परिचायक हे. वर्तमान में जो मानसिकता बन रही है वह धर्म और देश के लिए हितकर नहीं. सुख का स्वरूप विचार से है. देशवासियों का विचार शुद्ध होना चाहिए और इसके शुद्ध होने से राष्ट्र सेवा, जन सेवा और समाज सेवा का भाव स्वत: उत्पन्न हो जाएगा.