आगरालीक्स….आगरा में 5 ज्वैलर्स की 80 लाख की चांदी लेकर भागने वाला कारखाना मालिक सहित सात अरेस्ट. ऐसे बनाई थी वारदात की योजना
की चांदी लेकर फरार कारखाने मालिक सहित सात को अरेस्ट कर लिया है. पुलिस ने इसके पास से 78.203 किलो चांदी भी बरामद की है. पुलिस ने इसे सिटी स्टेशन रोड से पकड़ा है. बरामद चांदी की कीमत 70 लाख रुपये से ज्यादा की बताई जा रही है. पुलिस इसके एक और साथी की तलाश में है.
आगरा चांदी की पायल के लिए एशिया का सबसे बड़ा बाजार है, ज्वैलर्स कच्ची चांदी से पायल तैयार कराते हैं. पायल के कारखाने हैं। बेगम ढियोड़ी में सुहेलुददीन उर्फ ईसी का पायल बनाने का कारखाना है.’ ( Payal factory owner absconding with 136 Kilo silver of five jewellers)
पांच कारोबारियों ने दी थी 136 किलो चांदी
सुहेलुददीन को पायल तैयार करने के लिए वैष्णवी इंटरप्राइजेज के मयंक अग्रवाल, जया पायल के तरुन मित्तल, एसटीसी इंडस्ट्रीज के रोहित सिंघल, बालाजी आर्नामेंटस के नितिन किशोर, एमएच सिल्वर के मुकेश अग्रवाल ने पायल बनाने के लिए 136 किलो कच्ची चांदी दी थी. इसकी कीमत करीब 80 लाख है. 28 मई को पायल तैयार कर वापस करनी थी लेकिन पायल ज्वैलर्स को नहीं मिली. उन्होंने फोन किया तो फोन बंद था, कारखाने पर जाकर देखा तो ताला लटका हुआ था और कारखाना मालिक सुहेलुददीन अने भाई जोएब उर्फ बिन्नी, अजीम, उमेर, पिता हसीनउददीन सहित अन्य परिजनों के साथ फरार हो गया.
सिटी स्टेशन के पास से किया अरेस्ट
जब पायल कारखाना मालिक का कोई पता नहीं चला तो सराफ डीसीपी सिटी से मिले, इस मामले में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने तलाश शुरू कर दी. पुलिस ने सिटी स्टेशन रोड से सुहेलुद्दीन को अरेस्ट कर लिया. डीसीपी सिटी सूरज कुमार ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर सिटी स्टेशन रोड पर सुहेलुद्दीन अपने परिवार के साथ कहीं जाने की फिराक में खड़ा था. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर 7 को अरेस्ट कर लिया. पुलिस पूछताछ में बताया कि व्यापारियों से मिली चांदी को जावेद ने अपने घर में छुपा दिया. इसके बाद वे चांदी बेचने के लिए शिवनारायण से मिले. कुछ चांदी शिवनारायण को बचे दी जिसे उसने अपने कारखाने में गला दिया. बची हुई 78.203 किलो चांदी बरामद कर ली गई है.
इनको किया अरेस्ट
सुहेलुद्दीन, जोएब, अजीम, अमैर, राजू, जावेद और शिवनारायण
पुलिस इस वारदात में शामिल सोहेल की तलाश कर रही है. घटना का खुलासा करने पर डीसीपी सिटी ने पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया है.