आगरालीक्स….आगरा में गली—गली सस्ते दामों में सरकारी चावल खरीदकर तस्करी करने वाला माफिया अरेस्ट. 300 बोरी चावल से लदा ट्रॉला, दो कारें बरामद. माफिया के 8 गुर्गे भी अरेस्ट
आगरा में गली—गली मोहल्लों से सरकारी राशन का चावल सस्ते दामों में खरीदने वाले अक्सर लोगों ने देखें होंगे. इस सरकारी राशन के चावल को इनसे खरीदकर अन्य राज्यों में तस्करी करने वाला माफिया पुलिस ने अरेस्ट किया है. लेकिन ये माफिया आगरा पुलिस ने नहीं बल्कि राजस्थान पुलिस ने रूपवास से अरेस्ट किया हे. पुलिस ने इसके पास से 300 बोरी चावल लदा ट्रॉला व दो कार बरामद की है. यही नहीं माफिया के 8 गुर्गे भी अरेस्ट किए गए हैं.
इस सरकारी राशन के चावल की तस्करी करने वाले तस्कर का नाम सुमित अग्रवाल है. इसके खिलाफ आगरा के कई थानों में राशन की कालाबाजारी के आधा दर्जन मुकदमे हैं. करीब तीन महीने पहले 10 सितंबर को थाना पुलिस ने अछनेरा के रायभा स्थित एक घर में संचालित गोदाम में सरकारी मुहर लगी 62 बोरियां सहित 270 बोरी चावल पूर्ति विभाग ने जब्त की थी. इन बोरियों पर फूड कॉरपोरेशन आफ इंडिया यानी एफसीआई की मुहर थी. पुलिस ने सुमित अग्रवाल व उसके जीजा मनीष अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था.
रिश्तेदार एसडीएम को आगरा से हटाया
इस मामले में आगरा कलेक्ट्रेट में तैनात तत्कालीन एडीएम नागरिक आपूर्ति सुशीला अग्रवाल से दोनेां माफियाओं की रिश्तेदारी निकली. यह बात सामने आने के बाद एडीएम को आगरा से हटा दिया गया लेकिन एक महीने तक पुलिस सुमित को अरेस्ट नहीं कर सकी. 11 अक्टूबर को डीसीपी पश्चिम सोनम कुमार ने सुमित को अरेस्ट किया लेकिन दो दिन बाद सुमित छूट गया.
पुलिस के अनुसार इसके बाद सुमित ने फतेहपुर सीकरी बार्डर पर स्थित रूपवास में अड्डा बना लिया. यहां किरावली व खेरागढ़ से चावल इकट्ठा कर रूपवास के मिलिस्वां में भंडारण किया जा रहा था. भरतपुर एसपी के निर्देश पर पुलिस ने छापा मारकर सुमित अग्रवाल सहित 9 लोगों को अरेस्ट किया है. इनके पास से सार्वजनिक वितरण प्राणी का 300 बोरी चावल, एक ट्रॉला व दो कार जब्त की गई हैं. यह चावल ट्रॉला के जरिए गुजरात भेजने की फिराक में था.