आगरालीक्स… पेट्रोलियम पदार्थों में मूल्यवृद्धि का हर स्तर पर असर पड़ रहा है। कोल्ड स्टोरेज संचालकों ने भी मजदूरी, बिजली आदि का भार बढ़ने पर इस बार आलू भंडारण प्रति पैकेट बढ़ा दिया है।
पांच रुपये प्रति पैकेट बढ़ाए गए हैं
आगरा कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन के महासचिव राजेश गोयल ने बताया कि पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ने का असर सभी तरफ से हो रहा है। आलू खुदाई से लेकर कोल्ड स्टोरज में काम करने वाले श्रमिकों ने अपनी मजदूरी को बढ़ा दिया है। ट्रैक्टर, ट्रक आदि का भाड़ा भी बढ़ गया है। बिजली बिल समेत तमाम अन्य चीजों को देखते हुए कोल्ड स्टोरेज संचालकों ने पांच रुपये प्रति पैकेट बढ़ाया है।
खर्चे निकलना ही पूरा हो सकेगा
इस किराये से कोल्ड स्टोरेज के खर्चे ही निकल सकते हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि इसके बाद भी शीतगृह संचालक अपने किसानों को पुराने रेट पर ही भंडारण कर रहे हैं। साथ ही कुछ शीतगृह संचालक अपने हिसाब से बढ़ाए गए पैसों से भी कम ले रहे हैं।
दस कोल्ड स्टोर पड़े हैं बंद
श्री गोयल ने बताया कि आगरा में 290 कोल्ड स्टोरेज है। इसमें से करीब 280 के लगभग शीतगृहों का संचालन हो रहा है, जबकि 10 किन्ही कारणों के कारण बंद पड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि इन कोल्ड स्टोरेज में साढ़े पांच से छह हजार करोड़ आलू के पैकेट को भंडारण करने की क्षमता है लेकिन पूरी क्षमता से आलू भंडारण उसके उत्पादन पर निर्भर करता है।
तेज गर्मी से समय से पहले हुई आलू खुदाई
इस बार तेज गर्मी पड़ने के कारण आलू खुदाई का काम फरवरी माह से ही तेज कर दिया गया था। आगरा और आसपास के जनपदों में आलू खुदाई का काम अंतिम चरण में चल रहा है, वैसे मौसम सर्द होने पर आलू खुदाई और भंडारण का काम होली और उसके कुछ दिनों बाद तक चलता था लेकिन अबकी बार होली से पहले ही कोल्ड स्टोरेज में आलू का भंडारण कर दिया जाएगा। गर्मी के कारण आलू के खेत में खराब होने की भी आशंका है।
खास-खास
290 शीतगृह हैं आगरा में।
280 कोल्ड स्टोरेज चालू हालत में
010 कोल्ड स्टोरेज आगरा के हैं बंद
6000 करोड़ पैकेट आलू भंडारण की है क्षमता
050 किलो तक का एक पैकेट होता है आलू का
005 रुपये प्रति आलू पैकेट भंडारण का बढ़ाया है