आगरालीक्स….आगरा में आंशिक लॉकडाउन से कंट्रोल में कोरोना. 1 मई से पहले करीब 25 प्रतिशत मरीज थे. अब केवल 5 प्रतिशत ही चल रहा मरीजों का इलाज…पढ़ें पूरी खबर
आंशिक लॉकडाउन के दौरान कम हुआ संक्रमण
आगरा सहित पूरे यूपी में कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए 30 अप्रैल की रात से आंशिक रूप से लॉकडाउन लगा हुआ है. खाद्यान्न बाजार के अलावा मेडिकल, किराना, पैकेजिंग और शराब की दुकानें ही खुल रही हैं. बाकी के सभी बाजार पूरी तरह से बंद हैं. आंशिक लॉकडाउन में बिना मास्क निकलने वालों के जमकर चालान काटे जा रहे हैं. शासन द्वारा लागू की गई इन पाबंदियों का असर पूरे यूपी में देखा गया है. अप्रैल माह में जहां उत्तर प्रदेश में हर रोज 35 हजार के करीब कोरोना पॉजिटिव मिल रहे थे वो अब 5 हजार के करीब रह गए हैं. आगरा में भी इसका असर है.
23 दिन के अंदर 3700 एक्टिव केस हुए कम
अप्रैल माह के आखिर तक आगरा में करीब 25 प्रतिशत मरीजों का कोरोना का इलाज चल रहा था, जिनकी संख्या 4544 थी. लेकिन आंशिक लॉकडाउन के आज तक के 23 दिनों में कोरोना संक्रमण पर कंट्रोल पाया गया है. आगरा में इस दौरान करीब 20 प्रतिशत मरीज संक्रमण से ठीक हुए हैं. प्रशासन द्वारा रविवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार आगरा में इस समय 5 प्रतिशत से भी कम मरीजों का कोरोना का इलाज चल रहा है. आगरा में इस समय 852 मरीजों का ही कोरोना का इलाज चल रहा है. यानी आगरा में 23 दिन के अंदर करीब 3700 मरीज इस संक्रमण से ठीक हुए हैं.
डीएम ने भी लॉकडाउन को बताया असली वजह
आगरा के डीएम पीएन सिंह ने भी कोरोना पर नियंत्रण पाने के लिए आंशिक लॉकडाउन को सबसे बड़ी वजह बताया है. उन्होंने लगातार संक्रमण पर काबू होता देख शासन की ओर से लगाए गए आंशिक लॉकडाउन को अपने ट्विटर एकाउंट से धन्यवाद भी दिया है.
30 अप्रैल 2021 को कोरोना की ये थी स्थिति

23 मई 2021 को आगरा में अब ये है स्थिति