Sunday , 22 December 2024
Home पॉलिटिक्स A drop of rain can change the scene of water crisis
पॉलिटिक्स

A drop of rain can change the scene of water crisis

drop
आगरालीक्स… 
 (देवेन्द्र कुमार) ..  जल ही जीवन है…ये बात वर्तमान में पूरी तरह से चरितार्थ हो रही है। पानी की कमी कितनी हो गई है इसका अहसास भी लोगों को होने लगा है। जल स्तर लगातार कम होता जा रहा है। शहर के ज्यादातर इलाके ऐसे हैं, जहां वाटर लेवल बेहद नीचे चला गया है। इन जगहों पर हैंडपंप और सबमर्सिबल पंप भी खराब पड़े हैं। बीते कुछ महीने पहले से आगरा में पानी मुख्य समस्या बनकर उभरी है।
लोगों ने पानी के लिए सड़क जाम की, टंकी पर चढ़े और प्रदर्शन किए। पानी ने लोगों को बुरी तरह से तरसा दिया। पिछले दो दिन से शहर में अच्छी बारिश हुई है..और मौसम विशेषज्ञों की मानें तो इस बार मानसून काफी अच्छा है। भरपूर बारिश होगी। ऐसे में पानी के लिए तरस रहे शहर के नागरिक अगर जरा ध्यान दें, तो यह मानसून उनके लिए वरदान साबित हो सकता है। इस पर अफसोस ही किया जा सकता है कि आगरा की गिनती उन शहरों में होती है जहां पानी की समस्या विकराल रूप लेती जा रही है। लेकिन पानी की बचत और संरक्षण को लेकर यहां दूसरे शहरों के मुकाबले जागरूकता कम है। अन्य शहरों में लोगों ने वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के जरिये अपने क्षेत्र के भूमिगत जल का स्तर बढ़ा लिया है। मानसून आने वाला है। गर्मी में होने वाली पानी की समस्या से जंग रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के हथियार से ही जीती जा सकती है। अब आपकी बारी है। आप चाहें तो आसमान से बरसने वाले इस कुदरती खजाने को सहेजकर अपना और आने वाली पीढ़ी का कल भी सुरक्षित कर सकते हैं।
इन क्षेत्रों में है पानी की अधिक समस्या
आगरा में कई ऐसे स्थान हैं जहां पर 12 माह पानी की समस्या रहती है। इनमें शहर के बाहर की कॉलोनियां अधिकतर हैं। शास्त्रीपुरम, आवास विकास, रोहता, ताजनगरी, ट्रांसयमुना, छलेसर, टेढ़ी बगिया आदि ऐसे क्षेत्र हैं जहां पानी की समस्या से लोग जूझते रहते हैं। इनके अलावा शहर में भी नगला पदी, कमलानगर, गोपालपुरा, जगदीशपुरा आदि क्षेत्र भी इस समस्या से त्रस्त हैं।
ऐसे कर सकते हैं पानी का बचाव
वॉटर हार्वेस्टिंग ही एकमात्र तरीका है, जिससे पानी की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। पाइप के जरिए इसे जमीन में बने एक कुएं से धरती में डाला जाता है। इस प्रोसेस से जमीन पानी सोख लेती है, ग्राउंड वॉटर लेवल बढ़ने लगता है। इसके अलावा दूसरे सिस्टम में पहली बारिश के गंदे पानी को बहाकर, अच्छे पानी को फिल्टर से सीधे कुएं या ट्यूबवेल से जोड़ा जाता है।

वाटर हार्वेस्टिंग के रोचक फैक्ट
हर साल गर्मियों में 3 से 8 मीटर नीचे चला जाता है ग्राउंड वाटर।
हर सीजन में औसतन 1200 मिलीमीटर बारिश होती है।
वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा हो तो 1000 वर्गफीट के मकान में एक सीजन में 1 लाख 20 हजार लीटर पानी सेव किया जा सकता है।
हर व्यक्ति को रोजाना 120 लीटर पानी की होती है जरूरत।
शहर में लाखों भवनों में कुछ ही घरों में लगा है वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम।
5 से 12 हजार रुपए खर्च आता है हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाने में।

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

पॉलिटिक्स

Agra News: Strong demonstration by SP in Agra. took to the streets against the home minister…#agranews

आगरालीक्स…आगरा में सपाइयों का जोरदार प्रदर्शन. गृहमंत्री के खिलाफ सड़क पर उतरे,...

टॉप न्यूज़देश दुनियापॉलिटिक्सबिगलीक्स

Aam Aadmi Party released the first list of 11 candidates for Delhi assembly elections, many leaders are also from BJP and Congress

नईदिल्लीलीक्स…दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने 11 प्रत्याशियों की...

एजुकेशनपॉलिटिक्सबिगलीक्सयूपी न्यूज

Lucknow News : Former CM Akhilesh Yadav reaction on Teachers Digital attendance postponed, Allays Pantnagar & Indraprasth demolish fear #lucknow

लखनऊलीक्स… यूपी में शिक्षकों की डिजिटल अटेंडेंस को अगले आदेश तक स्थगित...

आगराटॉप न्यूज़देश दुनियापॉलिटिक्सबिगलीक्स

By Poll Result 2024 : AAP win Jalandhar west, Congress win Dehra Himachal Pradesh seat, INDIA lead on 11 seats

नईदिल्लीलीक्स…. सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में पंजाब में...