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Adhbhut Virasat Anuthe Anubhav : Proposed gate way of UP Agra’s Tajmahal out from UP tourist booklet
आगरालीक्स… पूर्व सीएम अखिलेश यादव ताजमहल के शहर आगरा को गेट वे आॅफ यूपी बनाने में जुटे थे तो भाजपा सरकार में पर्यटन स्थलों की सूची से ताजमहल को हटा दिया है, मामला गर्माने पर पर्यटन मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा है कि ये सूची तीर्थस्थलों की है। ताजमहल तीर्थस्थल नहीं है। इसलिए इस सूची में शामिल नहीं किया गया है।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्रालय ने पर्यटन स्थलों की ‘अद्भुत विरासत अनूठे अनुभव’ बुकलेट प्रकाशित की है। इसमें पर्यटन स्थलों को शामिल किया गया है। पहले पेज पर गंगा आरती की तस्वीर लगाई गई है। पर्यटन स्थलों में ताजमहल को सूची में ही शामिल नहीं किवा गया है। इस बारे में पर्यटन मंत्री राती बहुगुणा जोशी का कहना है कि ताजमहल ऐतिहासिक स्थल है न कि तीर्थ स्थल नहीं है। मंत्रालय द्वारा जारी की गई सूची तीर्थस्थलों की है। इसलिए तीर्थस्थलों के नाम ही शामिल किए गए हैं। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
पहला पेज पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की गंगा आरती को समर्पित किया गया है। बुकलेट में नाथ संप्रदाय से ही जुड़े यूपी के बलरामपुर में स्थित देवी पाटन शक्ति पीठ को भी जगह दी गयी है वहीँ दो पेज सिर्फ गोरखनाथ मंदिर को दिए गए हैं। इसमें गोरखनाथ मंदिर का फोटो, उसका इतिहास और महत्व लिखा है। बुकलेट के बारहवें और तेरहवें पेज में अयोध्या के बारे में विस्तार से दिया गया है। रामलीला के चित्रों को भी बुकलेट में छापा गया है।
ताजमहल के लिए 156 करोड का प्रस्ताव
यूपी सरकार ने एक प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि प्रो- पुअर पर्यटन योजना के तहत ताजमहल और उससे जुड़े क्षेत्र के विकास के लिए 156 करोड़ रूपए का प्रस्ताव वर्ल्ड बैंक के पास प्रस्तावित हैं. इस योजना पर अगले तीन माह में स्वीकृति अपेक्षित है. इसके अलावा ताजमहल और आगरा किले के बीच शाहजहां पार्क और वॉक वे के पुनरुद्धार के लिए 22 करोड़ 66 लाख रूपए की परियोजना भी सम्मलित की गई है. पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने प्रेस कांफ्रेंस के बाद जो प्रेस रिलीज जारी की, उसमें भी ताजमहल के लिए किए जा रहे काम का जिक्र नहीं है। इसमें स्वदेश दर्शन स्कीम के तहत सीतापुर, वृंदावन,गोवर्धन, बरसाना, गोकुल, चित्रकूट, कुशीनगर, बुंदेलखंड, मिर्जापुर और सोनभद्र की प्रस्तावित योजनाओं की जानकारी दी गयी है। गोरखपुर, डुमरियागंज और देवीपाटन के विकास के लिए भी 139 करोड़ का प्रस्ताव है। पर ताजमहल के विकास से जुड़े कामों का कोई जिक्र नहीं किया गया है।