Agra Accident Update : Businessman died after container hit bike, Cash looted #agra
आगरालीक्स ….आगरा में दर्दनाक हादसे के बाद व्यापारी के 1.25 लाख रुपये लूट ले गए लोग, व्यापारी की मौत, वीडियो हो रहा वायरल, परिजनों की अपील, तगादे की डायरी तो दे दें। कंटेनर ने 20 कार और बाइक को लिया था चपेट में।
आगरा में नौ जनवरी की रात साढ़े सात बजे कैलाश मंदिर मोड़ पर कंटेनर ने एक कैब में टक्कर मारी, इसके बाद कंटेनर चालक गुरु द्वारा गुरु का ताल तक 20 कार और वाहन को रौंदते हुए चला गया था, पुलिस बैरियर भी तोड़ दिया था। हादसे मे तीन की मौत हुई थी। इसमें एक बल्केश्वर निवासी खोवा व्यापारी धर्मेंद्र गुप्ता भी थे, उनकी भी मौत हो गई थी।
मथुरा से एक लाख से अधिक तगादा लेकर आ रहे थे धर्मेंद्र गुप्ता
धर्मेद्र गुप्ता के परिजनों का कहना है कि वे आगरा खोवा मंडी से मथुरा बाइक से खोवा लेकर जाते थे और वहां खोवा बेचते थे। वहां से हर रोज एक लाख से अधिक तगादा लेकर शाम को लौटते थे। नौ जनवरी को भी वे मथुरा गए थे, शाम को वहां से लौट रहे थे, सिकंदरा के पास कंटेनर ने उनकी बाइक को भी चपेट में ले लिया, उन्हें गंभीर हालत में एसएन में भर्ती कराया, हादसे में उनकी मौत हो गई।
सड़क पर बिखरे रुपये बटोरते लोगों का वीडियो हो रहा वायरल
घटना के समय लोगों ने तमाम वीडियो बनाए, ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें लोग सड़क पर बिखरे रुपयों को बटोर रहे हैं। एक युवक कह रहा है कि पैसों को पुलिस के पास जमा करा दें तो दूसरा कह रहा है कि रुपये ले जाते हैं। हादसे के बाद ना पुलिस के पास रुपये जमा हुए और ना घटनास्थल से रुपये मिले हैं, कोई रुपये देने भी थाने तक नहीं आया।
परिजनों की अपील तगादे की डायरी दे दें
घटना वाले दिन धर्मेंद्र गुप्ता के रात आठ बजे तक घर न पहुंचने पर परिजनों को चिंता हुई, उन्होंने मोबाइल पर कॉल किया तो वह स्विच आफ था, इसके बाद उनकी तलाश में हाईवे पर निकले। पुलिस ने बताया कि एक हादसा हुआ है, इसके बाद थाना सिकंदरा आए तो वहां धर्मेंद्र गुप्ता की टूटी हुई बाइक पड़ी थी पुलिस ने बताया कि उन्हें एसएन में भर्ती कराया गया है। एसएन में पहुंचने पर पता चला कि धर्मेंद्र गुप्ता की मौत हो गई है। उनके पास बैग, डायरी सहित अन्य दस्तावेज न मिलने पर परिजनों ने तलाश की, इसके बाद वीडियो सामने आया है। परिजनों का कहना है कि बैग में करीब 1.25 लाख रुपये कैश के साथ ही आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज थे। तगादे की डायरी थी, तगादे की डायरी ही मिल जाए, जिससे जिन लोगों पर बकाया है वह मिल सके।