Agra Crime News: Businessman son kidnapped to sale, two arrest…#agranews
आगरालीक्स…आगरा से किडनैप किए गए ढाई साल के मयंक को किसी हाईप्रोफाइल फैमिली को तो नहीं बेचना था. 48 घंटे में बच्चा तो मिला लेकिन कई राज अभी भी गहरे
आगरा से किडनैप किए गए ढाई साल के मयंक को पुलिस ने वृंदावन से तो बरामद कर लिया और दो आरोपियों को भी अरेस्ट कर लिया लेकिन पुलिस अभी इस मामले में कई और राजों का पर्दाफाश करने में जुटी हुई है. आरोपी बच्चे को बेचने की योजना बना रहे थे लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने बच्चे को बरामद कर लिया लेकिन अब यह भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि दोनों आरोपी पहले कितने बच्चे बेच चुके हैं और कहीं कोई हाईप्रोफाइल फैमिली तो बच्चे को खरीदने को लेकर उनके टच में तो नहीं थी. इसके अलावा पुलिस ये भी पता कर रही है कि पकड़े गए दोनों आरोपी किसी बड़े गैंग से तो नहीं जुडे हैं, जो बच्चा चोरी करके बेचते हैं.
आगरा के सत्यम विहार, मुरली नगर निवासी प्रोविजनल स्टोर संचालक जय प्रकाश मंगलवार को अपनी पत्नी मिथिलेश, बेटा निशांत और ढ़ाई साल के मयंक के साथ ननिहाल, दौरेठा नंबर दो में आए थे. ढ़ाई साल का मयंक घर के बाहर खेल रहा था, कुछ देर बाद देखा तो मयंक घर के बाहर नहीं था. स्थानीय लोगों ने सीसीटीवी खंगाले, उन्हें एक बदमाश मयंक को गोद में उठाकर ले जाता हुआ दिखाई दिया.
सोशल मीडिया से मिला बदमाश का सुराग
मंयक को किडनैप पर युवक के ले जाने के सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद पुलिस और स्थानीय लोगों ने सोशल मीडिया पर फोटो डाल दिए. इसमें लिख दिया कि ये व्यक्ति एक बच्चे को किडनैप कर ले गया है जिसे भी दिखाई दे, इसकी सूचना दे. बुधवार की रात जय प्रकाश के पास फोन आया, उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में जो युवक दिखाई दे रहा है उसके चेहरे से मिलता हुआ एक युवक आजमपाड़ा में दिखाई दिया था, पुलिस ने उसे आजमपाड़ा से पकड़ लिया.
वृंदावन में मिला मयंक
पुलिस ने युवक से पूछताछ की, सख्ती करने पर उसने बता दिया कि वही मयंक को उठा कर ले गया था, पता न चले इसके लिए वृंदावन, मथुरा में एक घर में उसे छोड़ दिया है। पुलिस रात में ही वृंदावन पहुंच गई, वहां घर में मयंक मिल गया.
पुलिस ने बताया कि मथुरा के वृंदावन का रहने वाला मौसिम उस्मानी बच्चे को उठाकर ले गया था. बच्चे को ले जाते समय उसका सीसीटीवी फुटेज सामने आया था. मौसिम भोगीपुरा होते हुए आगरा कैंट स्टेशन की तरफ गया, लेकिन पुलिस को सुराग मिल गया. मौसिम ने बच्चे को वृंदावन में कांशीराम कॉलोनी में रहने वाले अपने दोस्त जसवंत मिस्त्री को दे आया और वापस आ गया, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया. काफी देर तक मौसिम ने पुलिस को गुमराह किया लेकिन बाद में उसने सच उगल दिया. पुलिस वृंदावन पहुंची और उसके दोस्त के पास से बच्चे को बरामद कर लिया.