आगरालीक्स… सीएम अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की जमीन से संबंधित फाइल चोरी हो गई हैं। इस योजना के लिए जमीन अधिग्रमण में हुए खेल की जांच योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा कराई जा रही है, ऐसे में लेखपाल की बाइक सहित आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की जमीन से संबंधित फाइल चोरी होने पर सवाल उठ रहे हैं। थाना सिकंदरा में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सीएम अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की उपलब्धि को जनता के सामने रखा था, उन्होंने यहां तक कहा था कि पीएम मोदी एक बार आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर चल लें तो वे भी सपा को ही वोट देंगे, प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ही आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के जमीन अधिग्रहण में घोटाले के आरोप लगने लगे हैं। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के लिए हुए जमीन अधिग्रहण की जांच कराई जा रही है।
लेखपाल की बाइक सहित दस्तावेज चोरी
एत्मादपुर मदरा के लेखपाल नारायण दास ने सिकंदरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है, इसमें उन्होंने पांच जून रात नौ बजे कारगिल पेट्रोल पंप के पास से उनकी बाइक चोरी होने की जानकारी दी है। इस बाइक में ही एत्मादपुर मदरा के खसरा-खतौनी की फाइलें थीं। इसमें उनके बैंकों से संबंधित कागजात भी रखे थे। सूत्रों की मानें तो इन फाइलों के गायब होने से तहसील में खलबली मची हुई है। कुछ लोगों ने साजिश की आशंका जताई है। बता दें कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के लिए आगरा में फतेहाबाद और सदर तहसील अंतर्गत किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया था। एत्मादपुर मदरा सदर तहसील में ही आता है। सदर तहसील अंतर्गत 95.74 हेक्टेयर और फतेहाबाद में 276.02 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया था। एसडीएम सदर रजनीश मिश्रा का कहना है कि लेखपाल ने बाइक के साथ बस्ता चोरी होने की सूचना दी है। यदि में उसमें आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से संबंधित फाइल भी है तो इसकी जांच कराई जाएगी।
यह है मामला
सपा सरकार के दबाव में यहां अधिकारियों ने पहले जमीन अधिग्रहण कर मुआवजा बांट दिया था, बाद में शासन से अनुमति ली गई। इसको लेकर भी सवाल खड़े हुए थे। इन्हीं सब आरोपों की जांच चल रही है।
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