आगरालीक्स…(30 July 2021 Agra News) आगरा में मेट्रो ट्रेनों के रखरखाव के लिए पीईबी तकनीक से बनाया जा रहा कवर्ड स्टेब्लिंग शेड. पीईबी स्ट्रक्चर का इरेक्शन शुरू. डिपो की बाउंड्री वॉल पूरी
डिपो का निर्माण तेज गति से
पीएसी परिसर में आगरा मेट्रो के प्रथम डिपो का निर्माण तेज गति के साथ किया जा रहा है। डिपो परिसर में मेट्रो ट्रेनों के रखरखाव के लिए कवर्ड स्टेब्लिंग शेड एवं पिट-व्हील लेथ के निर्माण के लिए पीईबी स्ट्रक्चर के इरेक्शन का काम शुरू हो गया है। इसके साथ ही डिपो परिसर में लगभग 1400 मीटर कम्पाउंड बाउंड्री वॉल का निर्माण पूरा कर लिया गया है।
प्रबंध निदेशक ने जताई संतुष्टि
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने डिपो परिसर में जारी निर्माण कार्य की प्रगति पर संतुष्टि जताई है। कुमार केशव ने कहा कि आगरा मेट्रो के प्रथम कॉरिडोर के लिए पीएसी स्थित डिपो परिसर में ट्रेनों के रखरखाव के लिए पीईबी तकनीक के जरिए इंटीग्रटिड वर्कशॉप, पिट व्हील लेथ एवं मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद कॉमर्शियल ऑपरेशन खत्म होने के पश्चात ट्रेनों को स्टेबल (खड़ा) करने के लिए कवर्ड स्टेब्लिंग शेड का निर्माण किया जाना है। कुमार केशव ने कहा कि फिलहाल, पिट-व्हील लेथ एवं कवर्ड स्टेब्लिंग शेड के लिए फाउंडेशन का काम पूरा होने के बाद पीईबी स्ट्रक्चर के इरेक्शन का काम शुरू हो गया है।
क्या है पीईबी तकनीक?
पीईबी या प्री इंजीनियर्ड बिल्डिंग तकनीक के जरिए बेहद ही कम समय में बड़े एवं विशाल शे़ड का निर्माण किया जाता है। इस तकनीक में निर्माण स्थल पर पीईबी स्ट्रक्चर के लिए फाउंडेशन का काम किया जाता है। इसके बाद फैक्ट्री में निर्मिंत पीईबी के मेटल से बने विभिन्न भागों को निर्माण स्थल पर लाकर जोड़ा जाता है और विशाल शेड का निर्माण किया जाता है। इस तकनीक के जरिए न सिर्फ समय की बचत होती है बल्कि निर्माण की लागत में कमी आती है। इसके साथ ही इस तकनीक के प्रयोग से संरचना को जरूरत के हिसाब से एवं आकर्षक आकार भी दिया जा सकता है।
अबतक 1400 मीटर बाउंड्री वॉल का निर्माण पूरा
डिपो परिसर में प्रीकास्ट तकनीक के जरिए लगभग 2600 मीटर लंबी कंपाउंड बाउंड्री वॉल का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें से अबतक 1400 मीटर बाउंड्री वॉल का निर्माण किया जा चुका है। कंपाउंड वाउंड्री वॉल को दो हिस्सों में बनाया जाता है। इस तकनीक में पहले बाउंड्री वॉल की फाउंडेशन का निर्माण किया जाता है। इसके बाद पहले से कास्ट किए गए ब्लॉक्स को फाउंडेशन से जोड़ा जाता है। इस तरह से प्री कास्ट तकनीक के जरिए बाउंड्री वॉल निर्माण न सिर्फ जल्दी होता है, बल्कि ये पारंपरिक तरीके से बनी हुई बाउंड्री वॉल से बेहद मजबूद होती है। इसके साथ ही ये बाउंड्री वॉल बेहद ही आकर्षक भी लगती है।
आगरा मेट्रो एक नजर
ताजनगरी में 29.4 किमी लंबे दो कॉरिडोर का मेट्रो नेटवर्क बनना है, जिसमें 27 स्टेशन होंगे। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच 14 किमी लंबे पहले कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. इस कॉरिडोर में 13 स्टेशनों का निर्माण होगा। जिसमें 6 एलीवेटिड जबकि 7 भूमिगत स्टेशन होंगे. इस कॉरिडोर के लिए पीएसी परिसर में डिपो का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच लगभग 16 कि.मी. लंबे दूसरे कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 14 ऐलीवेटेड स्टेशन होंगे। इस कॉरिडोर के लिए कालिंदी विहार क्षेत्र में डिपो का निर्माण किया जाएगा।