Agra Metro: Spraying water is being done at construction sites with anti smog guns and water tankers…#agranews
आगरालीक्स…आगरा में प्रदूषण से निपटने के लिए आगरा मेट्रो ने भी निर्माण स्थलों पर किए प्रयास तेज. एंटी स्मॉग गन और वाटर टैंकर से किया जा रहा छिड़काव….
प्रदूषण के दिनोंदिन बढ़ते ग्राफ के बीच आगरा मेट्रो ने भी निर्माण स्थलों पर उड़ने वाली धूल से निपटने के प्रयास और तेज कर दिए हैं। कॉरिडोर-1 के बैलेंस सेक्शन के आगरा कॉलेज स्टेशन, राजा मंडी स्टेशन एवं खंदारी रैंप के पास सभी निर्माण स्थलों पर लगातार पानी के टैंकर और एंटी स्मोग गन से जल का छिड़काव किया जा रहा है। इसके अलावा प्रदूषण के रोकथाम के लिए यातायात लेन पर मैकेनिकल स्वीपिंग, प्लांट में व्हील वॉशिंग, निर्माण स्थलों पर व्यवस्थित बैरिकेडिंग आदि प्रयास भी जारी हैं। इन सभी प्रयासों से जुड़े फोटो प्रतिदिन मीडिया और यूपीएमआरसी के आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर साझा किए जा रहे हैं।
मेट्रो परियोजनाओं के विकास के आधार में पर्यावरण संरक्षण का कारक प्रमुख होता है। आगरा मेट्रो द्वारा सिविल निर्माण और परिचालन के क्षेत्र में उठाए जा रहे विभिन्न पर्यावरण हितैषी उपायों से शहर में आने वाले कल की तस्वीर बेहतर होने की उम्मीद जगी है। विदित हो कि सिविल निर्माण कार्य हवा में पीएम 10 के कण फैलाने में एक अहम कारक होते हैं। पिछले वर्षों से तुलना करें तो पता चलता है कि वर्ष 2019-20 के बाद से शहर में औसत पीएम 10 की मात्रा में लगातार सुधार हुआ है। शहर के अंदर इतने बड़े स्तर पर किए जा रहे सिविल निर्माण कार्य के बावजूद पीएम 10 की मात्रा में सुधार मायने रखता है। ऐसा इसलिए सम्भव हो सका क्योंकि आगरा मेट्रो ने सिविल निर्माण के दौरान प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रतिबद्धता के साथ प्रयास किए।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि, ‘‘अन्य सार्वजनिक परिवहन के साधनों की तुलना में मेट्रो पर्यावरण की सबसे अच्छी मित्र है क्योंकि मेट्रो प्रणाली ज़ीरो कार्बन एमिशन के साथ संचालित होती है। ब्रेकिंग के माध्यम से ऊर्जा सृजित एवं संरक्षित करने के लिए मेट्रो ट्रेनों एवं लिफ़्ट्स में रीजेनरेटिव ब्रेकिंग प्रणाली का प्रयोग, मेट्रो ट्रेनों में एयर कंडीशनिंग सिस्टम को नियंत्रित करने के लिए एचवीएसी प्रणाली का प्रयोग, जल संरक्षण के लिए वायडक्ट के नीचे पिट्स की व्यवस्था तथा संपूर्ण मेट्रो सिस्टम में 100 प्रतिशत एलईडी लाइटिंग आदि कदम, पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मेट्रो के प्रयासों के कुछ उत्कृष्ट उदाहरण हैं। हम भविष्य में भी इसी प्रतिबद्धता के साथ पर्यावरण के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन करते रहेंगे‘‘।