Agra Metro’s first station structure ready, finishing work underway…#agranews
आगरालीक्स…आगरा मेट्रो का पहला स्टेशन फोटोज में देखें. फिनिशिंग का काम जारी है. ट्रैक बिछना शुरू. अप्रैल में एस्किलेटर और लिफ्ट का काम शुरू हो जाएगा.
ताज ईस्ट गेट मेट्रो स्टेशन का बुनियादी ढ़ांचा तैयार
ताजनगरी में आगरा मेट्रो का काम तेज गति के साथ किया जा रहा है। यूपीएमआरसी की आगरा टीम ने महज 15 महीने में प्रथम स्टेशन ताज ईस्ट गेट का सिविल निर्माण कार्य पूरा कर लिया है। फिलहाल, ताज ईस्ट गेट स्टेशन का बुनियादी ढ़ांचा तैयार होने के बाद अब फिनिशिंग कार्य किए जा रहे हैं। यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने इस उपलब्धि के लिए आगरा मेट्रो टीम की सराहना की है।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने कहा कि आगरा मेट्रो का काम तेज गति के साथ किया जा रहा है। फिलहाल, ताज ईस्ट गेट पर फिनिशिंग कार्य किए जा रहें है। कुमार केशव ने बताया कि अप्रैल से एस्किलेटर, लिफ्ट आदि सिस्टम का काम शुरू किया जाएगा।
बता दें कि 07 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअल माध्यम से आगरा मेट्रो रेल परियोजना के शुभारंभ के बाद यूपी मेट्रो ने तेज गति के साथ काम करते हुए महज 15 महीनों में पहले स्टेशन ताज ईस्ट गेट का बुनियादी ढांचा तैयार कर लिया है। इसके साथ ही प्रायोरिटी कॉरिडोर के ऐलिवेटिड भाग के अन्य दो स्टेशन बसई व फतेहाबाद रोड का निर्माण तेज गति के साथ किया जा रहा है।
फिलहाल, ताज ईस्ट गेट के कॉन्कोर्स तल पर स्टेशन कंट्रोल रूम एवं टॉम रूम के निर्माण के बाद फिनिशिंग कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही भूतल से कॉन्कोर्स तल तक जाने के लिए सीढ़ियों का निर्माण किया जा रहा है। वहीं, बसई मेट्रो स्टेशन पर ट्रैक बीम का कार्य पूर्ण होने के बाद प्लेटफॉर्म का निर्माण किया जा रहा है। फतेहाबाद रोड मेट्रो स्टेशन पर भी कॉन्कोर्स निर्माण के बाद प्लेटफॉर्म लेवल का निर्माण किया जा रहा है।
ताजनगरी में 29.4 किमी लंबे दो कॉरिडोर का मेट्रो नेटवर्क बनना है, जिसमें 27 स्टेशन होंगे। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच 14 किमी लंबे पहले कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. इस कॉरिडोर में 13 स्टेशनों का निर्माण होगा। जिसमें 6 एलीवेटिड जबकि 7 भूमिगत स्टेशन होंगे. इस कॉरिडोर के लिए पीएसी परिसर में डिपो का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच लगभग 16 कि.मी. लंबे दूसरे कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 14 ऐलीवेटेड स्टेशन होंगे। इस कॉरिडोर के लिए कालिंदी विहार क्षेत्र में डिपो का निर्माण किया जाएगा।