Agra News: Advocate in Agra was digitally arrested by cyber criminals for 48 hours…#agranews
आगरालीक्स…आगरा में अधिवक्ता को 48 घंटे तक साइबर अपराधियों ने किया डिजिटल अरेस्ट. दिल्ली पुलिस और सीबीआई के नाम से किया भयभीत..
आगरा के एक अधिवक्ता को साइबर अपराधियों ने 48 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट कर लिया. अधिवक्ता को दिल्ली पुलिस और सीबीआई के नाम से डराया व धमकाया गया. हालांकि रक्षाबंधन के कारण बैंक बंद होने से उनके बैंक खाते से रकम ट्रांसफर नहीं हो सका.
वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल कुमार गोयल को साइबर अपराधियों ने 48 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट कर लिया. 18 अगस्त को उनके पास एक वीडियो कॉल् आया जिसमें कहा गया कि आपका मोबाइल नंब तुरंत डिस्कनेक्ट किया जा रहा है क्योंकि आपकी आईडी से एक मोबाइल नंबर खरीदा गया है. इसके जरिए सेक्स स्कैंडल और अश्लील संदेश भेजे जा रहे हैं. इसके बाद अधिवक्ता से आधार कार्ड मंगा लिया गया. इसके बाद एक कथित दिल्ली पुलिस अधिकारी का फोन आया. इसके बाद एक घंटे तक अधिकारी का वीडियो कॉल् आया. इसके बाद मनी लॉन्ड्रिंग केस आदि के जरिए अधिवक्ता को डराया गया. उसने कहा कि सीबीआई के डीसीपी ने अरेसट करने के लिए कहा है.
इसके बाद अधिवक्ता को नई दिल्ली क्राइम ब्रांच और सीबीआई की तरफ से लेटर भी दिए गए जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग का केस बताया गया था. अधिवक्ता से कहा गया कि वह अगले 24 घंटे तक उनकी निगरानी में रहेंगे और उनको अपनी लोकेशन शेयर करनी होगी. रात तक अधिवक्ता ने अपनी सभी लोकेशन शेयर कर दी और केनरा बैंक के एकाउंट की डिटेल भी भेज दी. इस एकाउंट में उनके खाते में 87 हजार रुपये थे.
19 अगस्त को रक्षाबंधन वाले दिन भी सुबह 6 बजे से अधिवक्ता ने शातिर अपराध्यिों को अपनी लोकेशन भेजना शुरू कर दिया. इसके बाद शातिरों ने एकाउंट आडिटिंग में खाते में जमा पैसा ट्रांसफर करना शुरू कर दिया लेकिन रक्षाबंधन के दिन छुट्टी होने के कारण पैसा ट्रांसफर नहीं हो सका. इस बाद कथित डीजीपी का फोन आया कि आपको 24 घंटे फिर से निगरानी में रखा जाएगा.
रक्षाबंधन के दिन ही अधिवक्ता ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी अपने दामाद को दी. दामाद ने बताया कि आजकल इस तरह के साइबर फ्रॉड चल रहे हैं. इस पर अधिवक्ता सतर्क और गए और आज सुबह अधिवक्ता ने साइबर अपराधियों को खाते से रकम ट्रांसफर करने से साफ मना कर दिया. इस पर साइबर अपराधियों ने धमकी दी कि आधे घंटे में उनको व उनकी पत्नी को अरेस्ट कर लिया जाएगा.
बाद में अधिवक्ता कोर्ट में आए और अपने साथियों से इसकी चर्चा की. इस घटना के संबंध में आगरा के पुलिस कमिश्नर को लिखित में शिकायत की गई है.