Agra News: Agraits will get these five big reliefs when the journey starts from the metro in Agra…#agranews
आगरालीक्स….आगरा में मेट्रो चलने पर पांच बड़े दावे. मेट्रो से सफर शुरू होने पर आगराइट्स को मिलेंगी यह पांच बड़ी राहतें…इनमें दो वो समस्याएं, जिससे हर दिन होना पड़ता है दो-चार
आगरा में मेट्रो प्रोजेक्ट बहुत तेजी से चल रहा है. मेट्रो के तीन एलिवेटेड स्टेशनों पर काम पूरा हो चुका है और फिनीशिंग की जा रही है. इसके अलावा अंडरग्राउंड स्टेशनों पर भी काम बहुत तेजी से होता दिख रहा है. प्रायॉरिटी कॉरिडोर के ऐलिवेटिड भाग में एस्किलेटर इंस्टॉलेशन का काम शुरू हो गया है. आगरा मेट्रो टीम द्वारा ताज ईस्ट गेट मेट्रो स्टेशन पर कॉन्कोर्स से प्लेटफॉर्म तक जाने वाले प्रथम ऐस्किलेटर को इंस्टॉलेशन का काम किया जा रहा है. यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉपोरेशन द्वारा ग्राउंड लेवल से कॉन्कोर्स एवं कॉन्कोर्स से प्लेटफॉर्म तक जाने के लिए लिफ्ट एवं एस्किलेटर्स लगाए जा रहे हैं. प्रायोरिटी कॉरिडोर में हर एलिवेटेड स्टेशन पर 4 लिफ्ट एवं 3 एस्सिलेटर लगाए जायेंगे.
आगरा में मेट्रो चलने पर पांच बड़ी सुविधाएं मिलेंगी
आगरा में मेट्रो के चलने पर लोगों को पांच बड़ी सुविधाएं मिलेंगी. इसके कारण उनका सफर काफी आसान होगा और लोग मेट्रो में सफर करना बहुत आसान मानेंगे. उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन द्वारा यूं तो लोगों को मेट्रो के जरिए कई तरह की सुविधाएं देने का वादा किया जा रहा है लेकिन पांच ऐसी भी सुविधाएं हैं जो कि लोगों को बड़ी राहतें देंगी.
शहर की सड़कों से ट्रैफिक होगा कम
आगरा में मेट्रो का सफर श्ुारू होने से लोगों को ट्रैफिक से बड़ी राहत मिलेगी. आगरा में जाम सबसे बड़ी समस्या है. शहर का एमजी रोड हो या फिर हाइवे या फिर अन्य मुख्य मार्ग…लोगों को जाम से दो चार होना ही पड़ता है. लेकिन आगरा में मेट्रो चलने से लोगों को जाम से राहत मिलेगी. इसके अलावा सड़कों से भी यातायात का बोझ काफी हद तक कम होगा.
पार्किंग के झंझट से मुक्ति
आगरा में मेट्रो चलने पर लोगों को पार्किंग के झंझट से मुक्ति मिलेगी. मेट्रो रेल कॉरपोरेशन का दावा है कि लोग जब अपने वाहन से शॉपिग के लिए जाते हैं तो सबसे ज्यादा परेशानी उन्हें अपने वाहन को पार्क करने के लिए होती है, लेकिन आगरा में मेट्रो चलने से लोग मेट्रो का सफर करना ज्यादा पसंद करेंगे और पार्किंग की कोई टेंशन नहीं होगी. आगरा के प्रमुख बाजार मेट्रो स्टेशन के नजदीक होंगे.
समय की बचत
समय आजकल सबसे ज्यादा कीमती है. लोगों के पास खुद के लिए भी ठीक से समय नहीं होता, ऐसे में जब वो अपने वाहन से कहीं जाते हैं तो रास्ते में जाम आदि के कारण उनका समय काफी नष्ट हो जाता है. आईएसबीटी से अगर ताजमहल के पूर्वी गेट तक जाना हो तो लोगों को बाइक या कार से इतनी दूरी तय करने में 1 घंटा लग जाएगा लेकिन मेट्रो के सफर से यह दूरी 30 से 35 मिनट में ही पूरी हो जाएगी और लोगों को जाम आदि की कोई टेंशन भी नहीं होगी. एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन की दूरी तय करने में पांच मिनट से भी कम समय लगेगा.
महिलाओं को सुरक्षा
आगरा मे मेट्रो के सफर के दौरान महिलाओं को काफी सुरक्षा भी महसूस होगी. मेट्रो के हर कोच में सीसीटीवी होंगे और इसके अलावा पैसेंजर इमरजेंसी इंटरकॉम यानी पीईआई की सुविधा भी हर कोच में होगी. इसके जरिए किसी भी आपात स्थिति में महिलाएं पीईआई के जरिए सहायता मांग सकती हैं. अगले स्टेशन पर तुरंत आपको सहायता मिलेगी.
शहर का नजारा होगा खूबसूरत
आगरा में मेट्रो के सफर के दौरान शहर का नजारा खूबसूरत होगा. निश्चित ही इसके जरिए लोगों को ताजमहल सहित अन्य स्मारकों के दीदार मेट्रो के सफर के दौरान होंगे. इसके अलावा आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से पूरे एमजी रोड पर एलिवेटेड मेट्रो होने से लोगों को चलती हुई मेट्रो शहर में हो रहे विकास का अहसास कराएगी.
आगरा मेट्रो ट्रेनों की ये होंगी विशेषताएं
इन ट्रेनों में ‘रीजेनरेटिव ब्रेकिंग’ का फ़ीचर होगा, जिसकी मदद से ट्रेनों में लगने वाले ब्रेक्स के माध्यम से 45ः तक ऊर्जा को रीजेनरेट करके फिर से सिस्टम में इस्तेमाल कर लिया जाएगा। वायु-प्रदूषण को कम करने के लिए इन ट्रेनों में अत्याधुनिक ‘प्रॉपल्सन सिस्टम’ भी मौजूद होगा।
इन ट्रेनों में कार्बन-डाई-ऑक्साइड सेंसर आधारित एयर कंडीशनिंग सिस्टम होगा, जो ट्रेन में मौजूद यात्रियों की संख्या के हिसाब से चलेगा और ऊर्जा की बचत करेगा।
ऑटोमैटिक ट्रेन ऑपरेशन को ध्यान में रखते हुए ये ट्रेनें संचारित आधारित ट्रेन नियंत्रण प्रणाली से चलेंगी।
आगरा मेट्रो की ट्रेनों की यात्री क्षमता 974 यात्रियों की होगी।
इन ट्रेनों की डिज़ाइन स्पीड 90 किमी./घंटा और ऑपरेशन स्पीड 80 किमी./घंटा तक होगी।
ट्रेन के पहले और आख़िरी कोच में दिव्यांगजनों की व्हीलचेयर के लिए अलग से जगह होगी। व्हीलचेयर के स्थान के पास ‘लॉन्ग स्टॉप रिक्वेस्ट बटन’ होगा, जिसे दबाकर दिव्यांगजन ट्रेन ऑपरेटर को अधिक देर तक दरवाज़ा खुला रखने के लिए सूचित कर सकते हैं ताक़ी वे आराम से ट्रेन से उतर सकें।
ट्रेनों में फ़ायर एस्टिंग्यूशर (अग्निशमन यंत्र), स्मोक डिटेक्टर्स और सीसीटीवी कैमरे आदि भी लगें होंगे।
आगरा मेट्रो ट्रेनें थर्ड रेल यानी पटरियों के समानान्तर चलने वाली तीसरी रेल से ऊर्जा प्राप्त करेंगी, इसलिए इसमें खंभों और तारों के सेटअप की आवश्यकता नहीं होगी और बुनियादी ढाँचा बेहतर और सुंदर दिखाई देगा।
इन ट्रेनों को अत्याधुनिक फ़ायर और क्रैश सेफ़्टी के मानकों के आधार पर डिज़ाइन किया गया है।
हर ट्रेन में 24 सीसीटीवी कैमरे होंगे, जिनका विडियो फ़ीड सीधे ट्रेन ऑपरेटर और डिपो में बने सेंट्रल सिक्यॉरिटी रूम में पहुँचेगा।
हर ट्रेन में 56 यूएसबी (न्ैठ) चार्जिंग पॉइंट्स भी होंगे।
इन्फ़ोटेन्मेंट के लिए हर ट्रेन में 36 एलसीडी पैनल्स भी होंगे।
टॉक बैक बटनरू इस बटन को दबाकर यात्री आपात स्थिति में ट्रेन ऑपरेटर से बात कर सकते हैं। यात्री की लोकेशन और सीसीटीवी का फ़ुटेज सीधे ट्रेन ऑपरेटर के पास मौजूद मॉनीटर पर दिखाई देगा।
आगरा मेट्रो एक नजर में
गौरतलब है कि ताजनगरी आगरा में 8379.62 करोड की लागत से 29.4 कि.मी लंबे दो मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच बन रहे प्रथम कॉरिडोर में कुल 13 स्टेशन हैं, जिसमें कि 6 ऐलिवेटिड व 7 भूमिगत स्टेशन हैं। वहीं, आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच बनने वाले दूसरे कॉरिडोर में 14 ऐलिवेटिड स्टेशन होंगे। फिलहाल, ताज ईस्ट गेट से जामा मस्जिद के बीच प्रयोरिटी कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेज गति के साथ किया जा रहा है। प्रयोरिटी कॉरिडोर में 3 ऐलिवेटिड व 3 भूमिगत स्टेशन है।