आगरालीक्स…आगरा के होटल नीलकंठ की वर्तमान कीमत जानकर दंग रह जाएंगे. 30 लाख में हुआ था बैनामा. किराये पर चल रहे थे मेडिकल स्टोर, एटीएम और दो पेठे की दुकानें..आज पुलिस ने सील लगाने के बाद कराई मुनादी.
आगरा के भगवान टाकीज स्थित होटल नीलकंठ को आज पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने सील कर दिया है. होटल को सील करने के साथ ही पुलिस ने यहां मुनादी कराई. इस दौरान भारी संख्या में थाना न्यू आगरा पुलिस मौजूद रही. तहसीलदार रजनीश कुमार और नायब तहसीलदार रवीश कुमार भी यहां मौजूद रहे. यह आलीशान होटल एटा के पूर्व विधायक रामेश्वर यादव और उनके भाई जोगेंद्र का है. जुगेंद्र सिंह यादव एटा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुके हैं और समाजवादी पार्टी की अखिलेश सरकार में इनका काफी दबदबा भी हुआ था. पुलिस ने आज इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की है. एटा में दोनों के खिलाफ गैंगस्टर की धारा में अभियोग दर्ज है. पुलिस इससे पहले एटा में भी दोनों की संपत्ति गैंगस्टर एक्ट के तहत पहले ही काफी जब्त कर चुकी है.
पांच करोड़ है होटल की कीमत
भगवान टाकीज स्थित होटल नीलकंठ तीन मंजिला बना हुआ है. होटल के नीचे किराये पर दो पेठे की दुकानें, एक मेडिकल स्टोर और एक एटीएम भी संचालित है. पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार यह संपत्ति दोनों भाई जुगेंद्र सिंह यादव और रामेश्वर यादव के नाम पर है. इन्होंने 30 लाख रुपये में इसका बैनामा कराया था. होटल की अनुमानित कीमत 5 करोड़ रुपये है.
बताया ये भी जाता है जिस समय पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी होटल को सील कर रहे थे, ऐसे में किराये पर संचालित मेडिकल व पेठे की दुकानों के संचालक यहां पहुंच गए और उन्होंने कार्रवाई के कारण अपना व्यवसाय ठप होने की गुहार लगाई. प्रशासनिक अधिकारियों ने इनको एक दिन का समय दिया है जिसके बाद ये भी बंद कर दी जाएंगी. प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार दोनों भाइयों की गैंगस्टर एक्ट में संपत्ति इससे पहले एत्मादपुर और नालंदा टाउन में फ्लैट जब्त किया जा चुका था. आज की कार्रवाई डीएम के निर्देश के अनुपालन में की गई.
आगरा के भगवान टाकीज स्थित नीलकंठ होटल सपा नेता व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एटा जुगेंद्र सिंह यादव का है. जुगेंद्र सिंह यादव अखिलश सरकार के करीबी रहे हैं. योगी सरकार के कार्यकाल में 9 अप्रैल 2022 को जुगेंद्र के बड़े भाई व सपा के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव को आगरा से अरेस्ट किया था तो वहीं 9 मार्च 2023 को मथुरा के जैत से जुगेंद्र सिंह यादव को पुलिस ने अरेस्ट किया था. दोनों ही राजनेता भाई एटा की राजनीति में कद्दावर नेता रहे हैं. सपा सरकार में इनका दबदबा जिल से लेकर सैफई परिवार से होते हुए लखनऊ तक रहता था.
2022 विधानसभा चुनाव के बाद दोनों नेताओं के खिलाफ अवैध कब्जो ंसे लेकर संपत्ति ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई है. इसके साथ ही विभिन्न आपराधिक मुकदमे लिखे गए हैं. 18 अप्रैल 2022 को कोतवाली नगर में दोनों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा लिखा गया था. इसी मुकदमे के दम पर डीएम अंकित कुमार अग्रवाल ने 17 जून 2022 को दोनों की तमाम चल-अचल संपत्तियां कुर्क करने का ओदश जारी किया. जिसके पालन में पुलिस और प्रशासन ने एटा से लेकर इनकी फर्रूखाबाद, आगरा, कानपुर, गाजियाबाद तक की सपंतित कुर्क कर डालीं.