आगरालीक्स…आगरा के चिकित्सक अब आर—पार के मूड़ में. कहा—हॉस्पिटल ध्वस्त होंगे तो आंदोलन करेंगे. आवास विकास परषिद के नोटिस के बाद आक्रोश. संघर्ष समिति बनी
आवास विकास परिषद की ओर से नोटिस मिलने के बाद चिकित्सकों में आक्रोश है. रिन्यूअल में देरी और नोटिस मिलने के बाद अब चिकित्सक भी आर—पार के मूड़ में आ गए हैं. आईएमए भवन पर इसके लिए एक बैठक हुई और संघर्ष समिति गठित की गई. यह संघर्ष समिति चिकित्सकों के लिए सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक और कानूनी स्तर पर लड़ाई लड़ने के लिए काम करेगी. आईएमए का दिल सीएम योगी से भी मिलेगा और अपनी समस्याओं को बताएगा.
बैठक् में बनाई रणनीति
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन,आगरा ने आज आईएमए भवन पर बैठक की. अध्यक्ष डा मुकेश गोयल ने बताया कि चिकित्सकों को काम करने से रोकने के लिए नित नए व्यवधान लगाए जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग एवं आवास विकास परिषद भ्रष्टाचार का अड्डा बनता जा रहा है. रिन्यूअल के मामले में हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना कर,झोला छापों के लिए स्वास्थ्य विभाग वरदान साबित हो रहा है. डा देवेंद्र गुप्ता आईएमए के चिकित्सक एवं उनके परिवारों को सड़क पर उतरने के लिए आवाहन किया. उन्होंने कहा की सुप्रीम कोर्ट का आदेश है किसी भी चिकित्सक को, कहीं भी मानव शरीर का इलाज करने से कोई नहीं रोक सकता।
स्वास्थ्य विभाग से किए ये सवाल
डॉ. राजेश गुप्ता ने कहा की भ्रष्टाचार इस कदर बढ़ रहा है की जीवन जीना मुश्किल हो रहा है. फायर विभाग एनओसी देने के लाखों में सौदे कर रहा है। डा अनूप दीक्षित ने आंदोलन को बढ़ाने के लिए सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक एवं कानूनी स्तर पर लड़ाई लड़ने की रूप रेखा रखी. डा ओपी यादव ने कहा की स्वास्थ्य विभाग बताए कितने झोलाछापों पर अब तक कार्यवाही हुई. उन्होंने कहा इस लड़ाई को लगातार जीवित रखना होगा, अन्यथा छोटे अस्पताल बंद होंगे. डा संजय कुलश्रेष्ठ ने कहा की स्वास्थ्य विभाग ये भी बताए कि अब तक सीएमओ ने कितने मुकदमे दर्ज किए हैं अवैध अस्पतालों के खिलाफ और इनका क्या हुआ.
आवास विकास परिषद को भी घेरा
उन्होंने आवास विकास परिषद से भी पूछा की शहर में कितने अन्य व्यवसाय आवासीय क्षेत्रों में हैं और उनके खिलाफ जिलाधिकारी क्या कर रहे हैं. सुशासन के नाम पर ये अधिकारी मनमानी कर रहे हैं. संचालन कर रहे सचिव डा पंकज नगायच ने कहा कि अब लड़ाई लंबी चलेगी. किसी भी सूरत में चिकित्सकों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. भोले भले मरीजों का अहित नहीं होने देंगे, लेकिन यदि हॉस्पिटल को ध्वस्त करने की बात हुई तो चिकित्सक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.
एकता का किया आहृवान
डा संजय चतुर्वेदी ने कहा की ये लड़ाई विधायिका से होगी. आइएमए आगरा को प्रदेश आईएमए के साथ मिलकर आगे बढ़ाने होगी. डा हरेंद्र गुप्ता ने संपूर्ण एकता का आवाहन करते हुए कहा की पूरी आईएमए अपने पदाधिकारियों के साथ है एवं जो भी निर्णय लिया जाएगा वो मान्य है. डा सचिन मल्होत्रा ने कहा की अगर जरूरत हुई तो लखनऊ के वकीलों को तैयार कर लड़ाई लड़ी जाए. डा राजीव जैन ने कहा हेल्थ के लिए क्या व्यवस्था की है जिलाधिकारी ने, यदि प्राइवेट हॉस्पिटल बंद हो जाते हैं तो. डा एल के गुप्ता, डा अनंग उपाध्याय ने भी विचार व्यक्त किए.
ये प्रस्ताव हुए पारित
मुख्यमंत्री से मिला जाएगा।
संघर्ष समिति बनाई गई। चेयर मैन डा ओ पी यादव,अध्यक्ष डा मुकेश गोयल, डा अनूप दीक्षित , डा पंकज नगायच, डा योगेश सिंघल, डा संजय कुलश्रेष्ठ, डा संजय चतुर्वेदी, डा डी वी शर्मा, डा पंकज महेंद्रू, डा राकेश त्यागी, डा हरेंद्र गुप्ता, डा जितेंद्र चौधरी, डा अनुपम गुप्ता (स्त्री रोग विशेषज्ञ) होंगे. अध्यक्ष कुछ अन्य सदस्य भी मनोनीत कर सकते हैं. ये कमिटी प्रत्येक स्तर पर लड़ाई लड़ेगी. प्रदेश आईएमए के साथ मिल कर नियमावली में बदलाव किया जाने का प्रयास होगा.
बैठक में डा राकेश त्यागी, डा अतुल बंसल,डा मुकेश भारद्वाज,डा अनीता शर्मा,डा योगेश बिंदल ,डा मानवेंद्र शर्मा , डा एस एस सूरी, डा सुरेश कुशवाहा, डा प्रदीप साने सहित दर्जनों चिकित्सक मौजूद रहे।