आगरालीक्स… महंगाई का एक और जोर का झटका लगा है। गेहूं और आटा महंगा हो गया है। नया गेहूं आने के बाद भी कीमतें बढ़ी हैं। क्या है आपकी राय।
नया गेहूं आने के बाद भी बढ़ी कीमतें
गेहूं और आटे की कीमतों में एक दम तेज उछाल आया है। अप्रैल औऱ मई माह में नया गेहूं बाजार में आने पर हर साल इन दिनों गेहूं की कीमतें काफी कम रहती हैं। लोग कुछ समय का गेहूं का स्टॉक भी रखते हैं लेकिन इस बार मंडी से नया गेहूं गायब हो गया है।
व्यापारियों ने खरीदा, सरकारी खरीद हुई कम
बताया जा रहा है कि इस बार गेहूं एमएसपी से 15 से 20 प्रतिशत ज्यादा कीमत पर किसानों द्वारा व्यापारियों को बेचा गया है। सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद कम हुई है। व्यापारी गेहूं की कीमत ज्यादा वसूल रहे हैं। इसका असर आम लोगों पर पड़ा है। गेहूं और आटा बाजार में महंगा हो गया है।
केंद्र ने गेहूं के निर्यात पर लगाई रोक
गेहूं की सरकारी खऱीद कम होने और गेहूं की बढ़ती हुई कीमतों को ददेखकर सरकार ने तत्तकाल प्रभाव से गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दी है।
राशन के गेहूं पर भी पड़ सकता है असर
आगरा समेत राशन की दुकानों पर गेहूं और चावल आ गया है लेकिन आपूर्ति विभाग ने उपभोक्ताओँ को वितरित करने के निर्देश नहीं दिए हैं। इस पर एक दो दिन में फैसला होना है।
राशन के गेहूं की जगह चावल का वितरण
कई राज्यों में गेहूं की कीमतों में तेजी आने पर राशन की दुकानों पर चावल का वितरण किए जाने की भी शिकायतें मिली हैं। कई राज्यों में प्रति यूनिट गेहूं की मात्रा भी कम किए जाने की संभावना है।
खुला आटा 30 से 32 रुपये प्रति किलो पर पहुंचा
गेहूं पर महंगाई इस बार अप्रैल माह से शुरू होने पर आटे की कीमतें भी तेजी से बढ़ी हैं। बाजार में खुला आटा 26 रुपये किलो बिक रहा था, जो बढ़कर अप्रैल के अंत तक 28 रुपये किलो और अब मई के प्रथम पखवाड़े में 30 से 32 रुपये किलो पहुंच गया है। ब्रांडेड आटे की कीमत में और ज्यादा इजाफा हुआ है।
गेहूं से बने खाद्य पदार्थों पर भी बढ़ेगी महंगाई
गेहूं के दामों में उछाल के बाद माना जा रहा है कि आटे और आटे से बने सामान ब्रेड, बिस्कुट समोसे, कचौड़ी, बेढ़ई समेत अन्य खाद्य वस्तुओँ की कीमतों में भी उछाल आने की आशंका जताई जा रही है।