आगरालीक्स…आगरा के स्कूली बसों और वैन के लिए सख्त निर्देश जारी. 15 साल पुराने वाहनों और ऑटो को लेकर भी कड़ा रुख.
आगरा में आज प्रभारी मण्डलायुक्त नवनीत सिंह चहल की अध्यक्षता में कमिश्नरी सभागार मे सम्भागीय परिवहन प्राधिकरण, आगरा की 45वीं बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में सम्भागीय परिवहन विभाग के अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि विभाग द्वारा वाहनों पर विधिक कार्यवाही हेतु कुल 11 मद हैं, जिसमें प्राधिकरण द्वारा प्रति निर्धारित अधिकारों के अंतर्गत सचिव, सम्भागीय परिवहन प्राधिकरण एवं सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी, प्रशासन द्वारा जारी परमिट व नवीनीकृत किए गए परमिट एवं निरस्तीकरण किए गए परमिट तथा परमिट पर नई वाहन प्रतिस्थापना आदि पर विधिक कार्यवाही की जाती है।
सम्भागीय परिवहन अधिकारी ने यह भी बताया कि प्राधिकरण द्वारा उत्तर प्रदेश मोटरयान नियमावली 1998 के नियम 57 के अंतर्गत सचिव, सम्भागीय परिवहन प्राधिकरण, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन, को विभिन्न श्रेणियों के वाहनों के परमिट स्वीकृत/जारी करने के अधिकार प्रदत हैं, निजी सवारी बस का परमिट, माल वाहन, विक्रम, ऑटो रिक्शा, स्कूल बस, स्कूली कैब आदि के अधिकार प्राप्त हैं, जिसके अन्तर्गत ऑटो रिक्शा के परमिट जनपद आगरा में 428, मथुरा 301, फिरोजाबाद 412, मैनपुरी में 413 ऑटो रिक्शा परमिट जारी किए गये। बैठक में प्रभारी मण्डलयुक्त ने परमिट के हस्तांतरण पर विचार करते समय प्राधिकरण द्वारा निर्णय लिया जाये कि परमिट के हस्तांतरण में लेनदेन की पूर्व में जांच करने के बाद ही सम्भागीय परिवहन, प्राधिकरण द्वारा परमिट का हस्तान्तरण किये जाने के निर्देश दिये।
बैठक में प्रभारी मण्डलयुक्त ने स्कूली वाहनों की फिटनेस व 15 साल पूर्ण हो चुके वाहनों के रजिस्ट्रेशन की जांच करके निरस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने ऑटो का परमिट 5 साल की वैधता पूर्ण होने के उपरान्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये, जिस पर सम्भागीय परिवहन अधिकारी ने बताया कि 04 ऑटो के परमिट अस्वीकृत किए जा चुके हैं, जो डीजल से संचालित थे और वैधता पूर्ण कर चुके थे। और किसी एक वित्तीय वर्ष में परमिट शर्तों के उल्लंघन में 3 से अधिक चालान होने पर परमिट को स्वतः ही निरस्त कर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि नये परमिट हेतु मण्डल में 45 प्रत्यावेदन प्राप्त हुए हैं। इस अवसर पर उप परिवहन आयुक्त, आगरा परिक्षेत्र आगरा मयंक ज्योति, सम्भागीय परिवहन अधिकारी प्रमोद कुमार सिंह सहित संबंधित परिवहन विभाग के अधिकारी मौजूद थे।