Agra News: Flour costlier by Rs 5 per kg, Maida, Daliya, Sooji and bread also became costlier…#agranews
आगरालीक्स…आटा 5 रुपये महंगा हो गया है. मैदा, सूजी, दलिया और ब्रेड भी हुए महंगे. जानिए इसका कारण और क्या हैं नए रेट….
महंगाई लगातार बढ़ रही है और ये लगातार आम आदमी के घर का बजट बिगाड़ने का काम कर रही है. अब गेहूं का आटा भी महंगा हो गया है और ये कोई एक दो रुपये नहीं बल्कि पूरे पांच से छह रुपये महंगा हुआ है. आटा ही नहीं, मैदा, सूजी और दलिया, ब्रेड भी महंगे हो गए हैं. इन पर भी तीन से पांच रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है. गेहूं की नई फसल आने में अभी चार महीने है लेकिन उससे पहले ही गेहूं के रेट आसमान छूने लगे हैं और चक्की का आटा काफी महंगा हो गया है. इसके रेट बढ़ने का कोई भी स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है लेकिन बाजार के विशेषज्ञों और गेहूं के खरीददारों के अनुसार एक तो खुले बाजार में गेहूं पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहा है और सरकार ने भी गेहूं देना बंद कर दिया है वहीं दूसरा कारण ये भी बताया गया है कि तेज गर्मी से गेहूं के दाने सूखकर छोटे हो गए थे. कम उत्पादन और निर्यात का असर यह हुआ कि सर्दियां आने के पहले से ही मंडियों से लेकर खुले बाजार तक दाम चढ़ गए हैं. बढ़त का ट्रेंड पिछले एक महीने से बढ़ा है.
35 रुपये किलो हुआ गेहूं का आटा
बाजार में करीब एक महीने से भी गेहूं के भाव बढ़ा दिए गए हैं. कारोबारियों ने आटे के दाम में पांच रुपये तक की बढ़ोतरी की है. इस सयम बाजार में बिकने वाले खुले चक्की का आटा का दाम 33 से 35 रुपये किलो तक हो गया है वहीं पैकिंग में आटा 38 से 40 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है. इसी तरह मैदा पर भी 3 से 5 रुपये तक बढ़ाए गए हैं तो वहीं सूजी की कीतम भी 5 रुपये तक बढ़ गई है.
नाश्ते की फेवरेट ब्रेड हुई महंगी
नाश्ते में अक्सर लोग ब्रेड खाना ज्यादा पसंद करते हैं. बच्चे भी ब्रेड के साथ चाय और दूध का नाश्ता करना चाहते हैं लेकिन ब्रेड के दाम में भी बढ़ोतरी की गई है. 20 रुपये वाली ब्रेड 25 रुपये और 35 वाली ब्रेड 40 रुपये कर दी गई है जबकि 40 वाली ब्रेड अब 50 रुपये की हो गई है. इसके अलावा पाव ब्रेड, बर्गर ब्रेड के दामों में भी बढ़ोतरी की हुई हे.
जीएसटी लगने से भी महंगा हुआ था आटा
कुछ ही महीने पहले सरकार ने अनब्रांडेड आटा और मैदा को भी जीएसटी के दायरे में लाया था. इसमें सिर्फ छूट यह थी कि 25 किलो से ज्यादा की पैकिंग पर जीएसटी नहीं लगेा. बाजार में खुला बिकने वाली आटे की बोर 50 किलो की पैकिंग में आती है, इसलिए इस पर जीएसटी नहीं लगता है लेकिन तब भी कारोबारियों ने आटे की कीमत में 2 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी कर दी थी.