आगरालीक्स…आगरा में दान-पुण्य का पर्व मकर संक्रान्ति 14-15 को मनाया जाएगा। बाजार में चॉकलेट गजक, तिलकुटा, गजक-रेबड़ी की स्पेशल वैरायटी। घरों में भी तैयारी।
स्ट्राबेरी गजक, केसर-इलाइची, साज-बड़े की मांग
बाजार में सकट चतुर्थी के साथ ही तिलकुटे से जुड़े खाद्य पदार्थो की मांग तेज हो गई है। फतेहाबाद रोड स्थित जीएमबी स्वीट्स के संचालक विकास गोयल ने बताया कि सकट चतुर्थी के अलावा मकर संक्रांति के लिए स्पेशल चॉकलेट स्ट्राबेरी गजक, केसर इलाइची, साज-बड़े, बाजरे की टिक्की, तिल के विभिन्न प्रकार के लड्डू तैयार किए गए हैं। इनकी कीमत 480 रुपये से लेकर 520 रुपये तक है।
लाई, चूड़ा, तिलवा तिल, गुड़ की मांग बढ़ी
साथ ही बाजार में दुकानदारों ने लाई, चूड़ा, तिलवा, तिलकुट, तिल, गुड़ आदि सामग्रियों को लोगो ने दुकानों पर रखना शुरू कर दिया। इस दिन बाजारों में अधिक महिलाओं की भीड़ होती है।
तिल के कीमतें इस बार बढ़ीं
पिछले वर्ष की तुलना में तिल का भाव बढ़ा है। इस समय तिल 220 रुपये से 300 रुपये प्रति किलो की दर पर चल रहा है। बढ़ती महंगाई से लोगों की जेब पर अधिक लोड न पड़े इसलिए लोग मांग के अनुरूप ही खरीददारी कर रहे हैं।
बाजार में सामग्री की कीमत है इस प्रकार
तिल- 220 रुपये से 300 रुपये तक
गुड – देसी गुड़ 35 से 40 रुपये, लड्डू गुड़ 50 रुपये किलो
लाई- 220 रुपये से 300 रुपये किलो
मूंगफली का पाग- 180 से 300 रुपये किलो
गुड़ की गजक- 220 से 350 रुपये किलो
इस दिन क्यों उड़ाते हैं पतंग
पतंगों को आजादी का संकेत माना जाता है और माना जाता है की बचपन में इसी दिन भगवान श्रीराम ने पतंग उड़ाई थी और वो पतंग इंद्रलोक तक चली गई थी। तभी से इस परंपरा को आज तक निभाते है।
पतंग उड़ाने से मिलती है खुशी
माना जाता है की पतंग उड़ाने से दिमाग का संतुलन बना रहता है और दिल को खुशी मिलती है। इस दिन बच्चो के लिए कई जगह मेलों का आयोजन किया जाता है।
दान-पुण्य का भी महत्व
कई लोग इस दिन गंगा स्नान भी करते है और दान भी किया जाता है। माना जाता है की, मकर संक्रांति पर किया हुआ दान अक्षय फलदायी होता है।