आगरालीक्स…आगरा में युवा वैज्ञानिकों को दिया गया मंच. नैनो टेक्नोलॉजी के उपयोग से समझाया की आखिर गोल्ड का रंग पीला और सिल्वर का रंग सफ़ेद क्यों होता है. आईसीसी के तीन दिवसीय अधिवेशन का समापन
देश के कोने—कोने से आए वैज्ञानिकों ने पेश किए शोध
इंडियन काउंसिल ऑफ केमिस्ट के वार्षिक अधिवेशन में तृतीय दिन देश के कोने कोने से आए वैज्ञानिकों ने अपने नए नए शोध को लेकर विचार एवम शोधपत्र की प्रस्तुति दी। समापन समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय विधि मंत्री प्रो एसपी बघेल ने शुभारंभ किया। प्रो. एसपी बघेल ने अपने संबोधन में कहा की ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे आईसीसी के विदाई समारोह में चीफ गेस्ट बनाने का मौका मिला। उन्होंने डॉ. मुख्तार सिंह के निधन पर उन्हें याद किया और भावुक होकर अपने शिक्षा जीवन के अनुभव साझा किया, साथ ही साथ उन्होंने सभी प्रोफेसर से अपील की शोध के साथ—साथ सामाजिक जिम्मेदारी निभाने के लिए आगे आएं।
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कुलपति प्रो. आशु रानी ने भी अपने विचार प्रकट किए। उन्होंने उत्तम कोटि की शोध को वर्तमान की आवश्यकता बताई। अध्यक्ष आईसीसी प्रो जीसी सक्सेना ने अपने संबोधन में कहा की युवा वैज्ञानिकों को हमने एक मंच देने की कोशिश की जिसमे शोध के विचार आधान प्रदान किया और नए नए शोध समाज को जानने को मिले। उन्होंने युवा वैज्ञानिकों को समाज और आमजन के जीवन को आसान करने शोध करने के लिए प्ररित किया। विभिन्न पोस्टर एवम् मौखिक प्रस्तुति में शोधार्थियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए।
प्रो. कमलेश श्रीनिवास ने अपना शोधपत्र प्रदर्शित करते हुए कहा कि केलोरिमेट्री का उपयोग करके खाने में आयरन की मात्रा का पता लगाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य प्रस्तुत किया एवं उन्होंने नैनो टेक्नोलॉजी के उपयोग से समझाया की आखिर गोल्ड का रंग पीला और सिल्वर का रंग सफ़ेद क्यों होता है। डा. शिवानी चौधरी ने एग्रीकल्चर एवम् किचन वेस्ट से नेनोसेलुलोस बनाने का विचार दिया। नैनो सेल्यूलोज को घाव पर पट्टी के रूप में उपयोग किया जा सकता है। यामिनी पटेल ने कहा कि हमने फ्यूज पेरोल बनाया है, जिसका उपयोग एंटी कैंसर, एंटी ऑक्सीडेंट के रूप में उपयोग किया जा सकता है। ये आमजन के लिए वरदान साबित होगा।
डा सलीम जावेद ने ड्रग डिजाइनिंग के क्षेत्र में अपना कार्य प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा की हमने बिना केमिकल उपयोग किए, कंप्यूटर सोफ्टर का उपयोग करके ड्रग्स डिजाइन किए है। उन ड्रग्स का मानव शरीर पर प्रभाव को लेकर शोध चल रहा है। ड्रग डिजाइन के शोध पर 50 से अधिक शोधपत्र 2022 में प्रकाशित कर चुके है। समारोह में प्रो राजेश धाकरे ने अतिथियों का स्वागत, प्रो अजय तनेजा ने संचालन व प्रो मनोज रावत ने आभार व्यक्त किया। समापन समारोह में वैज्ञानिकों को अवॉर्ड एवम प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। 23 से अधिक पुरस्कार युवा वैज्ञानिकों को अलग अलग कैटेगरी में उनको प्रदान किया गया। प्रो देवेंद्र कुमार, प्रो गौतम जैसवार, प्रो अमित अग्रवाल, प्रो आशीष, प्रो विनोद कुमार, डा भूपेंद्र सिंह, चेतन गोतम आदि उपस्थित रहे।
इनको दिए गए अवॉर्ड:
प्रो सीपी भसीन अवॉर्ड
रिन्नी एवम कृष्ण त्यागी को उनके सर्वोत्तम मौखिक प्रस्तुति के लिए
प्रो जी एल तलेसरा अवार्ड
शिवानी चौधरी को उनके कार्बनिक रसायन में सर्वोत्तम प्रस्तुति के लिए
डा आर पी एस चौहान अवॉर्ड
विजय जैन को उत्कृष्ट मौखिक प्रस्तुति के लिए