Agra News: In convent and missionary schools, a large number of children were prevented from being promoted from UKG to first class…this is the reason given…#agranews
आगरालीक्स…आगरा के कान्वेंट और मिशनरी स्कूलों में यूकेजी से पहली क्लास में प्रमोट करने से बड़ी संख्या में बच्चों को रोका…ये बताया कारण, परिजन हो रहे परेशान
src=”https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-8335176789442065″ crossorigin=”anonymous”>आगरा में अभिभावकों के सामने नई समस्या सामने आ गई है जिसके कारण वह परेशान हैं. इसकी वजह है आगरा के कान्वेंट और मिशनरी स्कूलों में बड़ी संख्या में बच्चों को यूकेजी से पहली क्लास में प्रमोट न करना. स्कूलों की ओर से इसका कारण बच्चों की पहली क्लास के लिए सही उम्र न होना. नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा 1 में प्रवेश के लिए बच्चे की उम्र 6 या उससे ज्यादा ही होनी चाहिए. इसके लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने पिछले साल एक नोटिस भी सभी राज्यों को भेजा था. इस साल 15 फरवरी को दोबारा से यह निर्देश रिपीट कर भेजा गया है जिसके तहत अब स्कूलों में कक्षा 1 में प्रवेश के लिए 6 साल या उससे अधिक उम्र के बच्चों को ही लिया जा रहा है.
src=”https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-8335176789442065″ crossorigin=”anonymous”>ऐसे समझें कक्षा 1 में प्रवेश के लिए बच्चे की जन्मतिथि
शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों के तहत इस साल नये सत्र 2024—25 में कक्षा एक में प्रवेश करने वाले बच्चे का जन्म 31 जुलाई 2018 या उससे पहले का होना चाहिए. 31 जुलाई 2018 के बाद जन्मे बच्चों को कक्षा 1 में प्रवेश के लिए अनुचित माना जाएगा.
पेरेंट्स परेशान— बोले बच्चों का एक साल होगा बर्बाद
इस नियम के तहत स्कूलों में 6 साल या उससे अधिक उम्र के बच्चों को ही कक्षा 1 में प्रवेश दिया जा रहा है लेकिन इस नियम के कारण काफी संख्या में ऐसे बच्चे हैं जिनकी उम्र इससे कम है. पेरेंट्स भी परेशान हैं लेकिन स्कूलों में सही उम्र न होने पर बच्चों को यूकेजी के बाद कक्षा 1 में प्रमोट नहीं किया जा रहा है. इस मामले में पेरेंट्स का कहना है कि इसके कारण उनके बच्चों का एक साल बर्बाद हो जाएगा.