आगरालीक्स…माघ शुक्ल जया एकादशी व्रत कल एक फरवरी को है। सभी मनोकामना होती हैं पूर्ण। इस दिन दान-पुण्य के साथ क्या करें क्या नहीं के साथ विविध जानकारी।

भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना कर लगाएं भोग

श्री गुरु ज्योतिष शोध संस्थान एवं गुरु रत्न भण्डार वाले ज्योतिषाचार्य पंडित हृदय रंजन शर्मा बताते हैं कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण की पुष्य, अक्षत ,रोली तथा विशिष्ट पदार्थों से पूजा करनी चाहिए भगवान को भोग लगाकर प्रसाद ग्रहण करना चाहिए, इससे सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं
जया एकादशी
🌟31जनवरी 2023 मंगलवार को दोपहर 11:53 से 01 फरवरी बुधवार को दोपहर 02:02 तक जया एकादशी है ।
🏵विशेष – 01फरवरी शनिवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें ।
🔹एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।
🔸जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
🔹जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
🔸एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं ।इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।
🔹धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।
🔸कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।
🔹परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है
पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ ।भगवान शिवजी ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।
🌺एकादशी के दिन करने योग्य
🌻एकादशी को दिया जला के विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें .विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे
🌸एकादशी के दिन ये सावधानी रहे
🔥महीने में १५-१५ दिन में एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के जो दिन चावल खाता है… तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है
🌞 जया एकादशी
🏵विशेष – हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l
राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।
🌺 आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l
🌟एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।
🍁एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।
💐जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।
🔶( इस दिन का व्रत ब्रह्महत्या जैसे पाप व पिशाचत्व का नाशक है तथा प्रेतयोनि से रक्षा करता है चावल एकादशी के दिन दुश्मन को भी नहीं खिलाना चाहिए