आगरालीक्स…बेसिक लाइफ सपोर्ट से आपात स्थिति में आप किसी की जान बचा सकते हो. एसएन में बताया—अचानक किसी के बेहोश या हार्ट अटैक आने पर आप क्या कर सकते हैं…
src=”https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-8335176789442065″ crossorigin=”anonymous”>एसएन मेडिकल कॉलेज में आज बेसिक लाइफ सपोर्ट की कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें चिकित्सकों द्वारा एमबीबीएस के छात्रों को बेसिक लाइफ सपोर्ट सिस्टम की जानकारी दी गई और उन्हें जागरूक किया गया. मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग, एनेस्थीसिया फिजियोलॉजी विभाग की आचार्य दिव्या श्रीवास्तव द्वारा इस कार्यशाला का आयोजन किया गया. उद्घाटन एसएनएमसी के प्रिंसिपल डॉ. प्रशांत गुप्ता, अतिथि आईएपी के अध्यक्ष डॉ. अमरकांत गुप्ता और संकाय के सदस्यों ने किया.
प्रधानाचार्य डॉ प्रशांत गुप्ता ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति हादसे में घायल हो जाए या चलते-चलते सड़क पर बेहोश होकर गिर जाए तो किसी भी व्यक्ति का प्रथम कर्तव्य उसकी जान बचाना होगा. इसके लिए एमबीबीएस के छात्रों को बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) का ज्ञान होना जरूरी है. बीएलएस यानी बेसिक लाइफ सपोर्ट बुनियादी चिकित्सा सहायता है, जो लोगों को अस्पताल पहुंचने से पहले या उन स्थितियों में दी जाती है, जहां चिकित्सा सुविधा तुरंत उपलब्ध नहीं होती है.
src=”https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-8335176789442065″ crossorigin=”anonymous”>इस तरह से दें बीएलएस
एसएन प्रिंसिपल ने बताया कि मौके पर घायल को सीधा लिटा दें. उसकी नब्ज देखें, गर्दन की नाड़ी, नाक पर हाथ लगा देखें कि उसकी सांसें चल रही हैं. इसके बाद उसकी छाती खत्म होने व पेट शुरू होने वाली जगह पर अपने एक हाथ की हथेली पर दूसरे हाथ को रख कर उसे प्रेस करें. एक मिनट में 100 से 120 बार ऐसा करें. ऐसा करने से उसकी जान बच सकती है और फिर उे तुरंत एंबुलेंस बुलाकर अस्पताल पहुंचा दें.
राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के दिशानिर्देश के क्रम में एमबीबीएस छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए मेडिकल कालेज में प्रशिक्षण दिया गया. यह प्रशिक्षण डॉक्टर योगिता द्विवेदी आचार्य एनेस्थीसिया विभाग, डॉ सुनील अग्रवाल पूर्व अध्यक्ष IAP आगरा और पाठ्यक्रम निदेशक BLS, डॉक्टर सोनिया भट्ट प्रोफेसर एवं विभाग अध्यक्ष बाल रोग विभाग FH एम सी, डॉ मधु नायक सहायक आचार्य, बाल रोग विभाग एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा, द्वारा दिया गया. कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अंजली गुप्ता, ट्यूटर फिजियोलॉजी विभाग द्वारा किया गया.