आगरालीक्स…Agra News : आगरा के कपल की कार में गोली मारकर हत्या का सनसनीखेज खुलासा, मां ने अपने भाई के साथ मिलकर कराई हत्या। अरेस्ट, पूरी खबर।
आगरा के किरावली के सांथा गांव के रहने वाले 22 साल के जितेंद्र पत्नी 18 साल की दीक्षा के साथ कार से करौली दर्शन करने के बाद मंगलवार रात को लौट रहे थे। जितेंद्र और दीक्षा की आठ महीने पहले ही शादी हुई थी। करौली के मासलपुर के भोजपुर गांव के पास सड़क किनारे कार में दीक्षा और जितेंद्र के शव मिले थे। विकास के दो, दीक्षा के एक गोली लगी थी, दीक्षा का शव पीछे की सीट पर था और विकास ड्राइवर सीट के बगल में था। ( Agra News : Mother with her brother murder son & his wife, Three arrested #Agra )
कार के नंबर और कैला देवी मंदिर के सीसीटीवी से खुला मामला
पुलिस ने कार के नंबर की जांच की, कार धौलपुर, राजस्थान की थी, कार नीमखेड़ा गांव के रहने वाले नीरज के नाम पर दर्ज थी, पुलिस नीरज के घर पहुंची और पूछताछ की, उसने बताया कि कार सैंपउ के रहने वाले युवक को बेच दी थी। पुलिस सैंपउ पहुंची उसने कार को ईटकी के रहने वाले रामबरण को बेचने की जानकारी दी। पुलिस ने कैला देवी मंदिर के सीसीटीवी खंगाले, उसमें जितेंद्र के साथ चमन खान दिखाई दिया। चमन खान ईटकी गांव का रहने वाला था और जितेंद्र के मामा रामबरण के यहां नौकरी करता था। यहां से मामला खुलता चला गया।
मां और मामा ने मिलकर की हत्या
पुलिस पूछताछ में रामबरण ने बताया कि हत्या की साजिश में उसकी बहन ललिता यानी जितेंद्र की मां भी शामिल थी। पुलिस ने ललिता को भी पकड़ लिया, पूछताछ में सामने आया कि ललिता ने बेटे जितेंद्र की शादी दीक्षा से की थी। शादी के बाद से ही जितेंद्र और दीक्षा के अवैध संबंध थे, बेटे और बहू के अवैध संबंध होने से गांव में बदनामी हो रही थी इससे वह परेशान थी। समझाने के बाद भी बेटे और बहू नहीं माने तो हत्या की साजिश रची।
दो महीने से हत्या की साजिश, एक्सीडेंट से करानी थी मौत
ललिता अपने भाई रामबरण के साथ दो महीने से हत्या की साजिश रच रही थी, जितेंद्र पर कार चलाना नहीं आता था इसलिए रामबरण ने एक पुरानी कार खरीदी, जितेंद्र को कार चलाना सिखाया । साजिश के तहत जितेंद्र और दीक्षा को मंदिर के दर्शन करने के लिए भेज कर कार का एक्सीडेंट कराना था जितेंद्र कार नहीं चला पाता था इसलिए चमन को साथ भेजा। मंगलवार को कैला देवी के दर्शन करने के बाद रात में ही वापस लौटे। करौली के मासलपुर गांव के पास चमन ने कार जितेंद्र को दे दी कि कार अब वह चलाए जिससे एक्सीडेंट करा दिया जाए लेकिन वह तैयार नहीं हुआ। एक्सीडेंट में नाकाम होने के बाद रामबरण और चमन ने गोली मारकर दोनों की हत्या कर दी और चमन को साथ लेकर फरार हो गया।