आगरालीक्स…आगरा में जूता कारोबारिया के लिए फुटवियर कंपोनेंट की राष्ट्रीय प्रदर्शनी बुधवार से, जुटेंगे देश भर के जूता कारोबारी. 60 से अधिक स्टॉल्स पर होगा 32 से अधिक कंपोनेंट्स का प्रदर्शन…
देश के फुटवियर कंपोनेंट उद्योग को गति देने के लिए पिछले दो दशकों से भी अधिक समय से सक्रिय इंडियन फुटवियर कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (इफ्कोमा) द्वारा नेशनल फुटवियर कंपोनेंट एग्जीबिशन ‘शू टेक’ के 58वें और आगरा के 9वें संस्करण का दो दिवसीय भव्य आयोजन 2 और 3 अप्रैल को आगरा के होटल मधु रिसॉर्ट्स में किया जा रहा है। मंगलवार को होटल होलीडे-इन में आयोजित प्रेस वार्ता में इफ्कोमा के पदाधिकारियों ने आयोजन के संदर्भ में विस्तृत जानकारी दी।
जूता उत्पादन की मुख्य कड़ी हैं कंपोनेंट
आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्टर्स चैंबर (एफमेक) के अध्यक्ष पूरन डावर ने कंपोनेंट फुटवियर एग्जीबिशन के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि कंपोनेंट जूता उत्पादन की मुख्य कड़ी हैं, ऐसे में इफ्कोमा की यह एग्जीबिशन जूता कारोबारियों के लिए वरदान है। ‘शू टेक आगरा’ के 9वें संस्करण में हर साल की तरह जूता उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले सभी कंपोनेंट्स एक छत के नीचे प्रदर्शित होंगे। खास बात यह है कि यह आयोजन बायर-सेलर को सीधे एक-दूसरे से जुड़ने का मौका देता है, जिससे दोनों के पारस्परिक संवाद से भविष्य के कारोबार की बुनियाद खड़ी होती है।
भारत दुनिया में फुटवियर का 11वां सबसे बड़ा निर्यातक है
नोएडा के फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (एफडीडीआई) की कार्यकारी निदेशक मंजू मान ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि एफडीडीआई भारत में फुटवियर और चमड़ा उद्योग के लिए प्रशिक्षित पेशेवरों की मांग को पूरा करने के लिए स्थापित किया गया था. उद्योग में कुशल पेशेवरों को तैयार करने, डिजाइन और उत्पादन में नवाचार को बढ़ावा देने, और उद्योग को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। फुटवियर डिजायनिंग भी एक साइंस है कम्पोनेंट्स पर अनुसंधान से हम इस दिशा में काम कर रहे हैं। मेडिकल में जूते की बड़ी भूमिका है। दुनिया के 17.7 बिलियन जोड़ी जूतों के उत्पादन में से 11.63% के साथ, भारत चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा जूता उत्पादक है। निर्यात के मामले में, भारत ने 3.13 बिलियन डॉलर के फुटवियर का निर्यात किया, सामने आये वर्ष 2022 के आंकड़ों के अनुसार भारत दुनिया में फुटवियर का 11वां सबसे बड़ा निर्यातक बन गया। यह इस क्षेत्र में अपार संभावनाओं को समझने के लिए पर्याप्त है।
प्रदेश सहित देश के कई राज्यों के कारोबारी लेंगे भाग
इफ्कोमा के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने बताया कि ‘शू टेक’ एग्जीबिशन के 58वें संस्करण को ऐतिहासिक बनाने के प्रयास किए गए हैं। हमारा मकसद जूता उद्योग के साथ फुटवियर कंपोनेंट सेक्टर को मजबूती प्रदान करना है, ताकि चीन जैसे देशों के विकल्प के रूप में हम स्वयं को खड़ा कर सकें। यह एग्जीबिशन जहां एक ओर बायर-सेलर को एक छत के नीचे लाने का काम कर रही है, वहीं नवीन तकनीक से लोगों को जागरूक भी कर रही है। इसमें उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों के कारोबारी भाग लेंगे।
इंडियन फुटवियर साइजिंग सिस्टम पर होगा सेमिनार
इफ्कोमा महासचिव दीपक मनचंदा ने कहा कि आगरा की 9वीं एग्जीबिशन में देश के 60 एग्जिबीटर भाग ले रहे हैं। इसमें स्टॉल्स पर फुटवियर के सभी 32 प्रकार के कंपोनेंट्स और सहायक उपकरण की नवीनतम तकनीक और डिजाइन का प्रदर्शन होगा। ‘शू टेक आगरा’ एग्जीबिशन के उद्घाटन सत्र के मौके पर इंडियन फुटवियर साइजिंग सिस्टम पर एक सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। इस सेमिनार में सेंट्रल लैदर रिसर्च इंस्टिट्यूट (CLRI) के विशेषज्ञ इस प्रणाली पर अपने विचार साझा करेंगे। इस सेमिनार का उद्देश्य जूता उद्योग में साइजिंग के महत्व को समझाना और इसे मानकीकरण की दिशा में सुधार लाने के उपायों पर चर्चा करना है। इस दौरान राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (NIFT) रायबरेली के निदेशक श्री नंदन सिंह बोरा भारतीय फुटवियर बाजार के फैशन ट्रेंड्स पर प्रस्तुति भी देंगे।
दो दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन
फुटवियर कंपोनेंट एग्जीबिशन ‘शू टेक आगरा’ का उद्घाटन Wednesday सुबह 10:30 बजे मुख्य अतिथि एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर द्वारा किया जाएगा, अति विशिष्ट अतिथि के रूप में फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट (एफडीडीआई) नोएडा के प्रबंध निदेशक विवेक शर्मा (आईआरएस) मौजूद रहेंगे। इस दौरान जूता उद्योग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले दिग्गजों को सम्मानित भी किया जाएगा। दो दिवसीय प्रदर्शनी कल से सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगी।
इस दौरान विशेष रूप से मौजूद रहे
इस दौरान एफमेक उपाध्यक्ष गोपाल गुप्ता ने इस प्रकार के आयोजन को इंडस्ट्री की जरुरत बताया, एफमेक उपाध्यक्ष राजेश सहगल और सीफी (उत्तर प्रदेश) के अध्यक्ष धर्मेंद्र नरुला ने जूता बनाने में नवीन तकनीक के इस्तेमाल पर जोर दिया। आगरा शू फैक्टर्स फेडरेशन के अध्यक्ष विजय सामा भारत में जूते के साइज़िंग सिस्टम की तकनिकी खामी पर प्रकाश डालते हुए इसमें सुधार के लिए सरकार की पहल की आवश्यकता बताई, आस्मा के अध्यक्ष ओपिंदर सिंह लवली ने जूते में आज के ट्रैंड को समझते हुए कार्य करने की आवश्यकता पर जोर दिया इस अवसर पर एफमेक के महासचिव, राजीव वासन, इफ्कोमा के कार्यकारी निदेशक एसके वर्मा, पूर्व अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।