आगरालीक्स…आगरा में अब हर घर तक गंगाजल पहुंचाने का लक्ष्य. 265 करोड़ रुपये की लागत से होगा पूरा मैनेज. शहर के इस बड़े एरिया को मिलेगा 80 एमएलडी गंगाजल हर दिन
आगरा में गंगाजल को घर—घर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा जा रहा है. इसके लिए शासन से भी 265 करोड़ रुपये से योजना बनाई जा रही है. यह बात शनिवार को मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कही. सर्किट हाउस में विकास कार्यों को लेकर आयोजित की गई इस बैठक में कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौयी के अलावा विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, विधान परिष्ज्ञद सदस्य विजय शिवरे और भाजपा जिलाध्यक्ष गिर्राज कुशवाह भी उपस्थित रहे. मंत्री येागेंद्र उपाध्याय ने बताया कि शहर को क्षेत्रफल व जनसंख्या की दृष्टि से 400 एमएलडी पेयजल की आवश्यकता थी, लेकिन जल संस्थान 100 एमएलडी आपूर्ति कर रहा था, जिससे आगरा में वर्षों से पेयजल समस्या चली आ रही थी. हमारे प्रयासों से जनवरी 2019 में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मुख्यमंत्री योगी की उपस्थिति में गंगाजल प्रोजेक्ट का बटन दबाकर शुभारम्भ किया गया तथा गंगा मईया के जल को जमुना मईया में मिलाया गया.
आगरा में अब हर रोज 350 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति
उन्होंने आगे बताया कि तब आगरा शहर में प्रतिदिन 350 एमएलडी (मिलियन लीटर पर डे) गंगाजल मिलने लगा, जिससे आगरा की जनता की पेयजल आवश्यकता की पूर्ति हुई। जिसका परिणाम यह रहा कि आज पवित्र गंगाजल यहां की जनता दूर-दूर से लाकर पूजा स्थल पर रखती थी क्षेत्रीय जनता के घरों में गंगाजल आ रहा है. अब गंगाजल के आने से आगरा के जलसंस्थान को पर्याप्त पेयजल की उपलब्धता है. उन्होंने प्रेस वार्ता में अपनी उपलब्धि को बताते हुए कहा कि गंगाजल प्रोजेक्ट के पूर्व ही मैंने तत्कालीन समय आगरा दक्षिण विधानसभा और आगरा उत्तरी विधानसभा के उन भागों में जहां पेयजल वितरण का कोई प्रबन्ध जलकल विभाग द्वारा किया ही नही जाता था, उन स्थानों पर प्रबन्धतन्त्र खड़ा करने के लिए तत्कालीन समय में लगभग 185 करोड़ रूपये की लागत से एक परियोजना स्वीकृत कराई, जिसके अन्तर्गत 07 ओवरहेड टैंक, 04 सी. डब्ल्यू आर 04 पम्पिंग स्टेशन और मैन राईजिंग लाईन तथा घर-घर लाईन बिछाने हेतु लगभग 180 किमी० पाईप लाईन बिछाने का प्रोजेक्ट तैयार किया गया जो लगभग पूर्णता की ओर है.

बुन्दू कटरा जोन के लिए तैयार हो रही योजना
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर आगरा छावनी विधानसभा क्षेत्र के बुन्दूकटरा, गोपालपुरा, मधुनगर और निकटवर्ती क्षेत्रों के लिए अटल नवीकरण और शहरी रूपान्तरण मिशन-20 (अमृत-20) के अन्तर्गत आगरा में नगर निगम आगरा पेयजल पुनर्गठन योजना (बुन्दू कटरा जोन)“ से सम्बन्धित परियोजना उत्तर प्रदेश जलनिगम (नगरीय) द्वारा तैयार किया गया है, जल्द ही वहां भी गंगाजल पेयजल के रूप में उपलब्ध होगा. आगरा के क्षेत्र में जन-जन तक गंगाजल पहुँच सके इसके लिए लगभग 265 करोड़ रूपये की लागत से गंगाजल वितरण का प्रबन्धतन्त्र तैयार करने की योजना बनाई गई और जिसके द्वारा बुन्दूकटरा जोन के स्थानीय निवासियों को 80 एमएलडी गंगाजल प्रतिदिन उपलब्ध हो सकेगा. यह परियोजना समस्त आवश्यक अधिनियमों में निहित प्रावधान के अनुरूप बनायी गई है.
ताज ट्रेपेजियम जोन प्रदूषण (निवारण तथा नियन्त्रण) प्राधिकरण से भी अनुमति प्राप्त कर ली गई है। इस योजना के अन्तर्गत फीडर मेन, भूमिगत जलाशय, राईजिंग मेन, वितरण प्रणाली, पम्पिंग सेट, स्टाफ क्वार्टर, मीटर रूम, पैनल रूम, क्लोरीनेशन रूम, स्काडा सिस्टम कार्य कराये जायेंगे. उन्होंने प्रेस वार्ता में बताया कि खाकपति से खरबपति तक को पानी चाहिए, जिस हेतु एक हजार करोड़ रू0 की पेयजल की व्यवस्था बनाई जा रही है. पेयजल पाइप लाइन के लीकेज के प्रश्न पर उन्होंने जल निगम के अधिकारियों को तत्काल लीकेज रोकथाम के प्रभावी उपाय करने के निर्देश दिये. उन्होंने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज म्यूजियम हेतु जल्द ही धनराशि अवमुक्त करायी जायेगी, जिससे कि समयवद्ध उसका निर्माण पूर्ण किया जा सके. साथ ही उन्होंने बताया कि जहां शिवाजी को कैद किया गया था, वहां भी भव्य स्मारक बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि शीघ्र ही प्रदेश के विश्व विद्यालयों में नीदरलैण्ड, रूस इत्यादि देशों से एमओयू कर फैकल्टी की स्थापना की जायेगी, जिससे वंचित वर्ग के बच्चे भी विदेश के विश्व विद्यालयों की पढाई व डिग्री ले सकें. उन्होंने नई शिक्षा नीति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अब शिक्षा को संस्कार, रोजगार, संस्कृति व तकनीकी के साथ जोड़े जाने का प्रयास किया जा रहा है तथा पाठ्यक्रम भी नई शिक्षा नीति के आधार पर बनाया जा रहा है. यह नीति देश की मिट्टी व प्रकृति व संस्कृति से जुड़ी हुई है, इसमें आक्रांता का महिमामण्डन वर्णन न होकर देश के महापुरूषों के बारे में बताया जायेगा.