Agra News: Over 100 research papers on food security presented at Agra College…#agranews
आगरालीक्स…आगरा कॉलेज में खाद्य सुरक्षा पर 100 अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए. अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में खाद्य के लिये जैव अर्थव्यवस्था और इसकी उपयोगिता को समझाया
आगरा कालेज, आगरा में खाद्य सुरक्षा और आजीविका के लिये कृषि और संबध विज्ञान पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन की शुरुआत तकनीकी सत्र के साथ हुई,जिसमे सबसे पहला व्याख्यान शोभित विश्वविद्यालय, मेरठ के कुलपति प्रो. एपी गर्ग ने दिया, जिसमें उन्होंने सूक्ष्मजीव विविधता और स्थायी कृषि और खाद्य के लिये जैव अर्थव्यवस्था के बारे में बताया और इसकी उपयोगिता को समझाया। द्वितीय तकनीकी सत्र में शोभित विश्वविद्यालय, मेरठ के निदेशक डॉ मनोज नज़ीर ने जम्मू कश्मीर में बागवानी विषय पर अपना व्याख्यान दिया, जिसमे उन्होंने जम्मू कश्मीर के विभिन्न भौगोलिक क्षेत्र, एवं वहाँ उगने वाले विभिन्न फल एवं सब्जियों के बारे में जानकारी दी, साथ ही उनके औषधीय गुणों के बारे में बताया।
दोनों व्याख्यानो के उपरान्त समानान्तर सत्र की शुरुआत हुई, जिसमे प्रो रचना सिंह चेयरपर्सन, प्रो. संध्या मान सह चेयरपर्सन एवं डा. सत्यदेव शर्मा रिपोर्टियर रहें। सत्र में शोधार्थियों ने अपना प्रस्तुतीकरण दिया । दूसरे समानान्तर सत्र में मुख्य वक्ता डॉ रचना अनोखे वैज्ञानिक IARI नई दिल्ली ने खाद्यानो में प्रयुक्त होने वाले कीटनाशक और उनसे होने वाले दुष्परिणाम पर प्रकाश डाला। सत्र में डा चिन्मय आतिफ चेयरमैन, डा. मन मोहन सिंह सह-चेयरमैन एवं डा प्रेम सागर रिपोर्टियर रहे। सत्र मे शोधार्थियों ने प्रस्तुतीकरण दिया।
तीसरे तकनीकी सत्र में मुख्य वक्ता डॉ H.N. शर्मा जीवाजी विश्वविद्यालय ने पर्यावरण प्रदूषण और इसके दुष्परिणाम और उनके उपाय के वारे मैं बताया, वही दूसरे मुख्य वक्ता डॉ शशांक शर्मा जी ने पर्यावरण रसयान विज्ञान पर व्याखान दिया। इस सत्र में चेयरपर्सन प्रो कल्पना चतुर्वेदी, सहचयरपर्सन डॉ माधुरी यादव और रिप्पोर्टर डॉ अचिंत वर्मा ने किया। पोस्टर प्रस्तुतीकरण में चेयरपर्सन डॉ. हरेन्द्र शर्मा, सह-चेयरपर्सन डा. हरेन्द्र नाथ शर्मा एवं रेपोर्टियर डा. रवि शर्मा रहे। संगोष्ठी में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला उपस्थित रहे। उन्होंने विभिन्न प्रस्तुतिकरण का अवलोकन किया।
आज कार्यक्रम दौरान प्रो. अमिता सरकार, डॉ अल्पना ओझा, प्रो डीपी सिंह, डॉ जिनेश कुमार, डॉ मनीष कुमार, डॉ सोनल सिंह, डॉ. आनंद प्रताप सिंह, डॉ राकेश चौधरी, डॉ महेश चंद्रा, डॉ अविनाश जैन तथा डॉ अचिंत वर्मा, डॉ सत्यदेव शर्मा, डॉ अनिल गुप्ता, डॉ सुमन लता कटियार, डॉ प्रीती शाक्या, डॉ गौरव प्रकाश, डॉ सुरेंद पाल सिंह आदि उपस्थित रहे। आयोजन सचिव डॉ. आनंद प्रताप सिंह के अनुसार संगोष्ठी के दूसरे दिन 100 अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए, जिसमें 27 पोस्टर व 75 मौखिक शोध पत्र प्रस्तुत हुए तथा 8 आमंत्रित व्याख्यान हुए। मीडिया समन्वयक प्रो अमित अग्रवाल के अनुसार कल दिनांक 23 जनवरी दिन सोमवार को सुबह 10 बजे से दो तकनीकी सत्र और उसके बाद समापन समारोह और पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम होगा।